जींद: मजदूरों व किसानों के लिए खोली गई कैंटीन में मजदूरों को नहीं मिला खाना

 


जींद, 6 मार्च (हि.स.)। जुलाना कस्बे की नई अनाज मंडी में मजदूरों, किसानों के लिए खोली गई कैंटीन में मजदूरों को खाना नहीं मिला तो मजदूरों ने कैंटीन के बाहर नारेबाजी की। नई अनाज मंडी में मजदूरों, किसानों और आढ़तियों के लिए हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत खाने के लिए कैंटीन खोली गई है। कैंटीन में कोई भी 10 रुपये में भरपेट खाना मिलता है, लेकिन मजदूरों का आरोप है कि उनको खाने से मना कर दिया गया।

मजदूरों ने कहा कि लखपति दीदी कार्यक्रम में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के लिए तो कैंटीन से खाना पैक कर भेज दिया गया, लेकिन उन्हें खाना देने से मना कर दिया गया। ऐसे में मजदूरों को बैरंग ही लौटने पर मजबूर होना पड़ा। मजदूरों को कैंटीन में जवाब मिला की बुधवार को अढ़ाई बजे के बाद खाना आएगा। उसके बाद खाना मिलेगा जबकि मजदूरों का विश्राम एक बजे से लेकर दो बजे तक ही होता है। जुलाना के खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी कार्यालय में लखपति दीदी कार्यक्रम आयोजित किया गया था, जिसमें खंड के सभी गांव की स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने भाग लिया। कैंटीन में कार्यक्रम के लिए पहुंचीं महिलाओं के लिए खाने का ठेका दिया गया्, तो मजदूरों पर यह फैसला भारी पड़ गया।

मजदूर नेता सुभाष पांचाल ने कहा कि प्रशासन की लापरवाही मजदूरों पर भारी पड़ रही है। मजदूरों और किसानों के लिए खोली गई कैंटीन से किसी कार्यक्रम के लिए खाना लगना गलत है। खाना किसी भी कार्यक्रम के लिए बन सकता है लेकिन मजदूरों को खाने से मना करना निंदनीय है। वह इसकी शिकायत उच्चअधिकारियों से करेंगे। हरियाणा राज्य ग्रामीण आजिविका मिशन जुलाना के खंड इंचार्ज बिट्टू ने बताया कि नई अनाज मंडी में मजदूरों, किसानों और आढ़तियों के लिए हरियाणा राज्य ग्रामीण आजिविका मिशन के तहत खाने के लिए कैंटीन खोली गई है। कैंटीन में कोई भी 10 रुपये में भरपेट खाना मिलता है। मजदूरों के लिए खाने की अलग से व्यवस्था की गई थी। किसी ने भी खाने से मना नहीं किया। अगर किसी ने मना किया है तो वो मामले की जांच करेंगे।

हिन्दुस्थान समाचार/ विजेंद्र/सुमन/संजीव