हिसार: लुवास प्राध्यापकों ने राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में पुरस्कार जीते

 


हिसार, 6 जनवरी (हि.स.)। बरेली के इज्जतनगर आईसीएआर-भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान के पशु चिकित्सा जैव रसायन विभाग में आयोजित अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में लाला लाजपत राय पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय लुवास प्राध्यापकों ने अनेक पुरस्कार जीते हैं। यह अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी भारत की एसवीबीबीआई सोसायटी की ओर से सातवें वार्षिक सम्मेलन और “मल्टीओमिक्स: जीव चिकित्सक अनुसंधान में चुनौतियां और संभावनाएं” विषय पर आयोजित की गई।

विश्वविद्यालय की ओर से शनिवार को दी गई जानकारी में बताया गया कि इस संगोष्ठी में पशु चिकित्सा जैव रसायन विभाग, लुवास की संकाय सदस्य डॉ. शालिनी शर्मा, और डॉ. सुरभि ने भाग लिया और विभिन्न मौखिक सत्रों में अपना रिसर्च का काम प्रस्तुत किया। डॉ. शालिनी शर्मा ने पशु रोग निदान में एफएएससी पर विशेष वार्ता दी। डॉ. सुरभि को “हरियाणा से एकत्र किए गए हायलोमा एनाटोलिकम टिक्स में डेल्टामेथ्रिन और कूमाफोस के प्रतिरोध में एंजाइमों की भूमिका”और “मवेशियों और भैंसों के दूध में दैहिक कोशिका गणना और लैक्टेट डिहाइड्रोजनेज का आकलन” विषय पर किए गए शोध कार्य के लिए पुरस्कार मिला।

कुलपति प्रो (डॉ.) विनोद कुमार वर्मा ने उन्हें उनकी वैज्ञानिक उपलब्धियों के लिए बधाई दी और भविष्य में भी ऐसे उत्कृष्ट शोध कार्य को प्रोत्साहित करने की आशा व्यक्त की है। पशु चिकित्सा महाविद्यालय अधिष्ठाता डॉ. गुलशन नारंग और अनुसंधान निदेशक डॉ. नरेश जिंदल ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार प्राप्त करने पर उनकी सराहना की।

हिन्दुस्थान समाचार/राजेश्वर/सुमन/संजीव