कलश उठाकर चलने से घट जाते कष्ट : श्री तरूण कृष्ण शांडिल्य

 


गुर्जर-अहीर धर्मशाला में कलश यात्रा के साथ श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ

हिसार, 4 सितंबर (हि.स.)। कथा व्यास तरूण कृष्ण शांडिल्य ने कहा है कि कलश के मुख में भगवान विष्णु विराजमान हैं, कंठ में भगवान शिव जी व मध्य भाग में भगवान ब्रह्मा जी विराजमान हैं। उन्होंने कहा कि क्लश उठाकर चलने से कष्ट घटते हैं।

कथा व्यास तरूण कृष्ण शांडिल्य बुधवार को शहर की गुर्जर-अहीर धर्मशाला में श्रीमद् भागवत कथा के शुभारंभ के अवसर पर कलश का महत्व बता रहे थे। कथा के आरंभ से पहले कलश यात्रा निकाली गई, जिसमें सैकड़ों महिलाओंं ने भाग लिया। कलश यात्रा शिवालय मंदिर से आरंभ होकर शहर के प्रमुख बाजारों से होते हुए कथा स्थल गुज्जर-अहीर धर्मशाला में पहुंचकर सम्पन्न हुई। उन्होंने कहा कि कलश के जल में समस्त देवता विराजमान होते हैं, जिसके प्रभाव से भक्तों के समस्त परिवार का कल्याण होता है। कलश उठाकर चलने से कष्ट घटते हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर