पहले चरण में हिसार के 10 गांवों को मिलेगा नशा मुक्त गांव का दर्जा
हिसार, 21 दिसंबर (हि.स.)। हिसार रेंज के एडीजीपी श्रीकांत जाधव के मार्गदर्शन में चलाए जा रहे नशा मुक्ति अभियान के तहत पहले चरण में जिला हिसार के 10 गांवों को ड्रग मुक्त गांव का सम्मान दिया जाएगा। इसके लिए उनके मार्गदर्शन में कार्य कर रही टीम ने विशेष तैयारियां भी शुरू कर दी है। 26 जनवरी तक एडीजीपी ने प्रत्येक जिले के 20—20 गांवों को ड्रग मुक्त घोषित करने का लक्ष्य दिया है, जिसे पाने के लिए प्रत्येक जिले में टीमें सक्रियता से कार्य कर रही है।
इसी कड़ी में एडीजीपी कार्यालय की टीम ने गुरुवार को गांव ढंढूर व दुर्जनपुर का दौरा किया। टीम ने ग्राम पंचायतों के सहयोग से नशा मुक्ति टीमों द्वारा इन गांव में किए गए कार्यों व धरातल पर आए बदलाव की समीक्षा की। उन्होंने ग्रामीणों से बैठक कर गांव की हालत का जायजा लिया। ग्रामीणों ने एकमत होकर बताया कि हमारे गांव में कुछ नशा पीड़ित थे, उनका उपचार शुरू हो चुका है। ग्रामीणों ने इस बात पर खुशी जाहिर की कि अगर उनके गांव को ड्रग मुक्त गांव का तगमा मिलता है तो ग्रामीणों के लिए यह गौरव का विषय होगा व हमारे आने वाली युवा पीढ़ी इस बात पर गर्व महसूस करेगी व हर प्रकार के ड्रग्स व नशे से दूर रहेगी।
ड्रग मुक्ति टीम प्रभारी सहायक उप निरीक्षक सीमा ने बताया कि गांव में ड्रग तस्कर नहीं है। गांव ढंढूर में 15 लोगों की पहचान की गई है, जो कि ड्रग पीड़ित हैं। गांव दुर्जनपुर में 6 युवा ड्रग की लत से पीड़ित हैं, जिनकी काउंसलिंग व उपचार शुरू करवा दिया गया है। इन गांवों में ड्रग तस्कर नहीं हैं। कुछ नाजायज शराब के खुर्दों की शिकायत की है, जिन पर जल्द ही प्रभावी कार्रवाई कर इस समस्या को दूर किया जाएगा। गांव दुर्जनपुर में छात्रों व ग्रामीणों ने गांव में ड्रग के खिलाफ जागरुकता रैली भी निकाली।
हिन्दुस्थान समाचार/राजेश्वर/सुमन/संजीव