हिसार : शिक्षकों की उल्लेखनीय उपलब्धि : ‘ज्ञान योजना’ के पांचवें चरण में 24 प्रस्ताव पेश

 


शिक्षकों का उत्साह देख खुश हुए कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई

हिसार, 4 नवंबर (हि.स.)। गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय

के शिक्षकों ने भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा संचालित प्रतिष्ठित ग्लोबल इनिशिएटिव

ऑफ एकेडमिक नेटवर्क्स (जीआईएएन) अर्थात ‘ज्ञान योजना’ के पांचवें चरण में

उत्कृष्ट भागीदारी दर्ज कराई है। इस योजना के तहत विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों

से कुल 19 कोर्स कोऑर्डिनेटर्स ने 24 प्रस्ताव सफलतापूर्वक प्रस्तुत करते हुए ऑनलाइन

अपलोड किए हैं।

कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने मंगलवार काे इस उत्कृष्ट पहल पर लोकल कोऑर्डिनेटर एवं

सभी कोर्स कोऑर्डिनेटर्स को बधाई दी। उन्होंने कहा कि ‘ज्ञान योजना’ हमारे शिक्षकों और

विद्यार्थियों को अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों से सीखने और सहयोग का अद्भुत अवसर देती

है।

गुजविप्रौवि के शिक्षकों की यह भागीदारी विश्वविद्यालय की बढ़ती शैक्षणिक प्रतिष्ठा

का प्रमाण है। उन्होंने बताया कि इन कोर्स

कोऑर्डिनेटर्स के साथ कई अन्य शिक्षक सह-समन्वयक के रूप में जुड़े हुए हैं। इस

प्रकार कुल मिलाकर 35 से अधिक शिक्षकों ने इस योजना में रुचि लेकर विश्वविद्यालय की

शैक्षणिक छवि को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विस्तार देने का प्रयास किया है।

कुलसचिव डॉ. विजय कुमार ने भी इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा

कि यह सामूहिक प्रयास गुजविप्रौवि के शैक्षणिक वातावरण को और सशक्त बनाएगा। ऐसे प्रयास

विश्वविद्यालय को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में सहायक होंगे।

विश्वविद्यालय में ज्ञान स्कीम के स्थानीय संयोजक प्रो. कर्मपाल नरवाल ने सभी

कोऑर्डिनेटर्स एवं को-कोऑर्डिनेटर्स की निष्ठा, उत्साह और समर्पण की सराहना करते हुए

कहा कि शीघ्र ही सभी 35 से अधिक सहयोगियों के लिए कुलपति कार्यालय के समीप कमेटी हॉल

में एक संक्षिप्त कार्यशाला आयोजित की जाएगी।

इन कोऑर्डिनेटर्स ने ज्ञान योजना के अंतर्गत प्रस्ताव प्रस्तुत किया

इन कोऑर्डिनेटर्स में शिक्षा विभाग से प्रो. वंदना पूनिया, फार्मास्युटिकल

साइंसेज विभाग से डॉ. विक्रमजीत सिंह, प्रिंटिंग टेक्नोलॉजी विभाग से प्रो. अंजन कुमार

बराल, डॉ. संजीव माथुर, डॉ. विकास जांगड़ा, हरियाणा स्कूल ऑफ बिजनेस से डॉ. ज्योति सैनी,

प्रो. सुनीता रानी, प्रो. श्वेता सिंह, बायोटेक्नोलॉजी विभाग से डॉ. मंजू यादव, डॉ.

प्रभजोत कौर, प्रो. नमिता सिंह, प्रो. अनिल कुमार भानखड़, प्रो. विनोद छोकर, इलेक्ट्रॉनिक्स

एवं इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग से प्रो. संदीप कुमार आर्य, फूड टेक्नोलॉजी विभाग

से प्रो. अराधिता बर्मन रे, कंप्यूटर साइंस एवं इंजीनियरिंग विभाग से प्रो. ओमप्रकाश

सांगवान, हिंदी विभाग से डॉ. कल्पना, भौतिकी विभाग से प्रो. सुजाता सांघी व धार्मिक

अध्ययन विभाग से डॉ. रामस्वरूप शामिल हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर