सोनीपत: ज्ञान की भूमि हरियाणा में वेद की ऋचाएं गूंजती हैं: डा. मलिक
सोनीपत, 15 फरवरी (हि.स.)। दीनबंधु छोटूराम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, मुरथल ने बसंत पंचमी के दो दिवसीय कार्यक्रम के तहत दूसरे दिन गुरुवार को यमुना के मिमारपुर घाट पर स्वच्छता अभियान चलाया। राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयं सेवकों के साथ मुख्य अतिथि के रूप में मुख्यमंत्री के ओएसडी वीरेंद्र बढ़खालसा व राष्ट्रीय मेडिकल काउंसिल के सदस्य योगेंद्र मलिक ने कुलपति प्रो. श्रीप्रकाश सिंह के साथ स्वच्छता अभियान में शिरकत की। स्वयं भी कूड़ा उठाकर यमुना क्षेत्र को स्वच्छाता का संदेश दिया।
अभियान में एनसीसी कैडेट, एनएसएस वालंटियर, शिक्षक, अधिकारी व कर्मचारी शामिल रहे। मुख्य अतिथि डा. योगेंद्र मलिक ने कहा कि हरियाणा की पावन धरा ज्ञान की भूमि है। वेद की ऋचाएं हरियाणा की पावन भूमि में गूंजती हैं। हरियाणा में भगवान श्रीकृष्ण ने विश्व को श्रीमद्भगवद गीता का ज्ञान दिया। मां सरस्वती के कारण सारस्वत प्रदेश की की संज्ञा मिली। महर्षि दधीचि एवं कर्ण के दान के कारण हरियाणा की भूमि को दानवीर की भूमि कहा गया।
बढ़खालसा ने बतौर अतिविशिष्ट अतिथि कहा कि जल प्रकृति की उत्तम कृति है। जल ईश्वर द्वारा प्रदत्त मानव को अमूल्य उपहार है। हमें इसको अपनी आने वाली पीढ़ी को सौंपना है। जल व पर्यावरण का संरक्षण करना हमारा दायित्व है। पर्यावरण व प्रकृति का संरक्षण मुनि बनकर ही कर सकते हैं। मुनि कोई भी कार्य प्रारंभ करने से पूर्व उसके पूर्ण होने के बाद के बारे में भी विश्लेषण करता है। स्वच्छता अभियान हम सबको मिलकर निरंतर चलाने की आवश्यकता है। स्वच्छता के लिए हमें दूसरों को भी प्रोत्साहित करना चाहिए।
कुलपति प्रो.श्रीप्रकाश सिंह ने कहा कि वर्ष 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के जल स्रोतों को स्वच्छ बनाने के उद्देश्य पुनीत सागर अभियान शुरू किया है, जिसके तहत देश के समुद्र तटीय क्षेत्रों और नदियों के किनारों पर सफाई करने के लिए प्रेरित किया गया है। हम सबने यह ठाना है कि नदियों को स्वच्छ बनाना है। स्वच्छता ही समृद्ध और स्वस्थ जीवन का आधार हैं।
हिन्दुस्थान समाचार/ नरेंद्र /सुमन/संजीव