हिसार : सोते समय अंगीठी का प्रयोग खतरनाक, बचें नागरिक
एसडीएम ने नागरिकों से किया सतर्क रहने का आग्रहहिसार, 23 दिसंबर (हि.स.)। शीत ऋतु के दौरान ठंड से बचाव के लिए अंगीठी प्रयोग आम हो गया है, लेकिन सोते समय अंगीठी का उपयोग गंभीर और जानलेवा साबित हो सकता है। नागरिकों को ऐसा करने से बचना चाहिए। हांसी के एसडीएम राजेश खोथ ने मंगलवार को नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि वे रात्रि में सोते समय अंगीठी, कोयले, लकड़ी का प्रयोग बिल्कुल न करें। उन्होंने कहा कि बंद कमरे में अंगीठी जलाने से कार्बन मोनोऑक्साइड गैस उत्पन्न होती है, यह गैस धीरे-धीरे कमरे में फैलकर ऑक्सीजन की मात्रा को कम कर देती है, जिससे व्यक्ति को नींद में ही घुटन, बेहोशी या मृत्यु तक हो सकती है। सर्दियों के मौसम में ऐसे कई दुखद हादसे सामने आते हैं, जिनमें परिवार के पूरे-पूरे सदस्य इसकी चपेट में आ जाते हैं। विशेष रूप से छोटे बच्चों, बुजुर्गों, बीमार व्यक्तियों तथा गर्भवती महिलाओं के लिए यह खतरा और भी अधिक होता है। उन्होंने नागरिकों को सलाह दी गई है कि यदि अंगीठी या हीटर का प्रयोग आवश्यक हो तो केवल खुले और हवादार स्थान में ही सीमित समय के लिए करें तथा सोने से पहले उसे पूर्ण रूप से बुझा दें। घरों में उचित वेंटिलेशन की व्यवस्था रखें तथा किसी भी प्रकार की असहजता, चक्कर, सिरदर्द या घुटन महसूस होने पर तुरंत खुले स्थान में जाएं और चिकित्सकीय सहायता लें। उन्होंने बताया कि स्वयं सतर्क रहें और अपने आसपास के लोगों को भी इस खतरे के प्रति जागरूक करें, ताकि सर्दियों के मौसम में किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचा जा सके।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर