युवाओं को गुणवत्तापरक शिक्षा पद्धति की जरूरत:आर्य

 


राजकीय महिला महाविद्यालय में 6 दिवसीय कार्यशाला का समापन

हिसार, 15 जून (हि.स.)। राजकीय महिला महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. रमेश आर्य ने कहा है कि वर्तमान में युवाओं को गुणवत्तापरक उच्चकोटि की शिक्षा पद्धति की नितांत आवश्यकता है।

एक ऐसी शिक्षा पद्धति जो हमारे युवाओं को नशे से दूर कर सके, जो विद्यार्थियों को कौशल विकास तथा अच्छे संस्कारों से जोड़ सके। डॉ. रमेश आर्य शनिवार को महिला महाविद्यालय में में अंग्रेजी एवं वाणिज्य विभागों के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित छह दिवसीय राज्य स्तरीय वर्कशाप के समापन अवसर पर संबोधन दे रहे थे। वर्कशाप का विषय-हाउ टू क्रैक यूजीसी नेट है। यह विषय बीए बीकॉम की तृतीय वर्ष, एमए, एमकॉम के विद्यार्थियों के लिए खासतौर पर महत्वपूर्ण एवं लाभदायक साबित होगा।

इस वर्कशॉप में एमओयू के तहत राजकीय महाविद्यालय बरवाला के एमकॉम के विद्यार्थियों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। इसका आयोजन आगामी यूजीसी नेट का टेस्ट जो 18 जून को होना है, के मदेनजर किया गया था।

कार्यशाला में मुख्य विषय सामग्री लॉजिकल रीजनिंग , मैथेमेटिकल एप्टीट्यूड , रिसर्च मेथोडोलॉजी, हिस्ट्री ऑफ एजुकेशन, बेसिक्स ऑफ इंग्लिश, बेसिक्स ऑफ कंस्टीट्यूशन ऑफ इंडिया रहा। उन्होेंने कहा कि युवाओं को एक ऐसी शिक्षा प्रणाली चाहिए जो विद्यार्थियों को रोजगार देने वाले बनाएं न कि रोजगार लेने वाला।

उन्होंने कहा कि शिक्षा का अर्थ केवल किताबी ज्ञान से ना होकर विद्यार्थियों का चहुंमुखी विकास करना होता है। इस कार्यशाला में वाणिज्य विभाग से डॉक्टर अनीता तनेजा ने कोऑर्डिनेटर की भूमिका निभाई। इस कार्यशाला में कीनोट स्पीकर के रूप में मुकेश कुमार, दिलबाग कुमार, निखिल और प्रियंका ने मुख्य भूमिका निभाई। यह कार्यशाला ऑनलाइन एवं ऑफलाइन दोनों मोड में छह दिन तक आयोजित की गई। प्रतिभागियों ने वर्कशॉप में बहुत कुछ सीखा तथा अपनी शंकाओं का समाधान भी किया और नेट एक्जाम की तैयारी के मूल मंत्र सीखें।

हिन्दुस्थान समाचार/राजेश्वर