(अपडेट) यमुनानगर में जहरीली शराब पीकर मरने वालों की संख्या 12 हुई

 


























यमुनानगर, 10 नवंबर ( हि.स.)। यमुनानगर में जहरीली शराब का कहर जारी है। शुक्रवार की शाम मृतकों की संख्या बढ़कर 12 हो गई है। अभी भी 3 व्यक्ति जिंदगी मौत की जंग लड़ रहे हैं।

थाना फरकपुर और थाना छप्पर के अंतर्गत मंगलवार से लेकर शुक्रवार तक गांव मंडेबरी, पंजेटो का माजरा, फूस गढ़ और सारण में जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या 10 से बढ़कर 12 हो गई जबकि 3 व्यक्तियों का इलाज अलग-अलग अस्पताल में जारी है। इन सभी गांवों में पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टर्स और आशा वर्कर्स की टीमें घर-घर जाकर सर्वे कर रही है।

इतने बड़े घटनाक्रम के बाद भी प्रदेश सरकार अभी तक चुप है। इस घटना के दौरान दो दिन यमुनानगर का दौरा करने के बावजूद मुख्यमंत्री इस बारे में कुछ नहीं बोले।

इस जहरीली शराब की यमुनानगर जिले में बिक्री के तार अंबाला से जुड़े हैं जिसका खुलासा गुरुवार को तब हुआ जब अंबाला पुलिस ने मुलाना में छापेमारी कर अवैध शराब की भट्टी को पकड़ा।

गौरतलब है कि मंगलवार की रात जहरीली शराब पीने से गांव मंडेबरी में 4 और गंव पंजेटो का माजरा में 2 लोगों की मौत हो गई थी। जिसमें पांच मृतकों का अंतिम संस्कार बिना पोस्टमार्टम के ही करवा दिया गया था।

परिजनों के विरोध के चलते एक व्यक्ति का संस्कार नहीं हो सका था।

इन सभी लोगों ने मंगलवार रात को गांव में ही अवैध रूप से बिक रही शराब खरीदकर पी थी। जो शख्स शराब बेच रहा था, उसने भी इन लोगों के साथ ही शराब पी। जिसके बाद इनको उल्टियां शुरू हो गई और कुछ घंटों बाद इन सभी ने दम तोड़ दिया ।

अब 12 मरने वालों में 6 मंडेबरी गांव के सुरेश कुमार , विशाल, सुरेन्द्र, विपिन, रविंद्र, मांगा राम है। गांव पंजेटा का माजरा के 3 व्यक्ति सरवण कुमार, मेहरचंद और जगीर सिंह शामिल हैं। गांव फूसगढ़ का 1 व्यक्ति प्रवीण कुमार और गांव सारण के 2 व्यक्ति जगमाल और अनिल कुमार शामिल है। ये सभी मेहनत मजदूरी का काम करते थे।

बुधवार सुबह पुलिस को घटना की सूचना दिए बगैर ही सुरेश, रविंद्र, सुरेंद्र, स्वर्ण सिंह और मेहरचंद का संस्कार कर दिया गया था। इन पांचों का पोस्टमार्टम भी नहीं करवाया गया इसलिए मौत की वजह जहरीली शराब ही थी, इसकी पुष्टि भी नहीं हो पाई है।

हिन्दुस्थान समाचार/अवतार/प्रभात