हिसार: राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के कोर्सों के संचालन प्रक्रिया पर हो रहा काम: प्रो. नरसीराम
छह नए कोर्सों को अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद की अप्रूवल के लिए भेजा
हिसार, 2 फरवरी (हि.स.)। गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय छह नए कोर्सों को अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) की अप्रूवल के लिए भेजा है। विश्वविद्यालय इन कोर्सों को आगामी सत्र से शुरू करेगा। इसके अतिरिक्त दो कोर्सों में अतिरिक्त सीट बढ़ाने की अप्रूवल भी एआईसीटीई से मांगी गई है। कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने शुक्रवार को इस अवसर पर कहा कि विश्वविद्यालय राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत नए तथा पुराने कोर्सों की संचालन प्रक्रिया तेजी से पूरी कर रहा है।
विश्वविद्यालय ने सत्र 2024-25 में कुल 36 कोर्सों की अप्रूवल के लिए आवेदन दाखिल किया है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने आवेदन प्रक्रिया को अंतिम रूप दिया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. विनोद छोकर उपस्थित रहे। कुलपति ने बताया कि विश्वविद्यालय की आगामी सत्र से हरियाणा स्कूल ऑफ बिजनेस में एमबीए इंटेग्रेटिड कोर्स 180 सीटों के साथ तथा एमबीए वर्किंग प्रोफशनल कोर्स 30 सीटों के साथ आरंभ करने की योजना है। इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग विभाग (ईईई) में बीटेक इलेक्ट्रोनिक्स एंड कंप्यूटर इंजीनियरिंग, कंप्यूटर साईंस एंड इंजीनियरिंग विभाग (सीएसई) में एमसीए इंटेग्रेटिड कोर्स तथा डाटा साईंस (डीएस) विभाग में बीटेक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड डाटा साईंस कोर्स 60-60 सीटों के साथ आरंभ किए जाने की योजना है। जबकि दूरस्थ/ऑनलाइन शिक्षा केन्द्र में एमसीए ऑनलाइन कोर्स 180 सीटों के साथ आरंभ किए जाने की योजना है। इसके अतिरिक्त एमबीए की सीटों को 200 से 240 तक तथा बीटेक सीएसई (आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस एंड मशीन लर्निंग) कोर्स की सीटों को 60 से 120 तक बढ़ाए जाने की योजना है।
विश्वविद्यालय के एआईसीटीई कोर्डिनेटर प्रो. योगेश चाबा ने बताया कि विश्वविद्यालय ने एमटेक के आठ, बीटेक अंग्रेजी माध्यम के 13, बीटेक हिंदी माध्यम के चार, एमबीए व एमसीए के दो-दो, ऑनलाइन लर्निंग के चार तथा वर्किंग प्रोफेशनल के तीन कोर्सों को एआईसीटी की अप्रूवल के लिए भेजा है। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रो. देवेन्द्र कुमार, डीन ऑफ कॉलेजिज प्रो. संजीव कुमार, प्रो. विनोद कुमार बिश्नोई, प्रो. संदीप आर्य, प्रो. दलबीर सिंह, प्रो. अंजू वर्मा व डा. विजयपाल उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/राजेश्वर/संजीव