झज्जर: गांव बाढ़सा में डेढ़ करोड़ का चारा और पराली जली

 


झज्जर, 4 दिसंबर (हि.स.)। बाढ़सा गांव में एक किसान का पराली और चारा जलकर राख हो गया। आगजनी की घटना में किसान को करीब डेढ़ करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। आग पर काबू पाने के लिए 8 गाड़ियां मौके पर पहुंचीं सोमवार तक 12 घंटे से निरंतर आग बुझाने में लगी रही। घटना गांव बाढ़सा में रविवार रात करीब एक बजे हुई।

गांव के सतबीर और हरिओम ने अपने खेतों में पराली और चारा का स्टॉक करने के लिए गोदाम बनाया है। हाल में दोनों किसान भाईयों ने मिलकर पराली का स्टॉक किया। दोनों ने करीब एक करोड़ रुपए की धान की पराली खरीदकर स्टॉक कर लिया जबकि कुछ उनकी अपने खेतों की पराली थी। जिसे गुरूग्राम और अन्य बड़े शहरों में बेचा जाना था, लेकिन आगजनी ने किसानों के अरमानों को जला दिया।

रात के समय अज्ञात कारणों के चलते गोदाम में अचानक आग लग गई। किसानों ने जब पराली से आग की चिंगारियों को निकलते हुए देखा तो फायर ब्रिगेड को सूचना दी और अपने स्तर पर भी आग पर काबू पाने का प्रयास किया। सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की गाड़ी मौके पर पहुंची। देखते ही देखते आग पूरे गोदाम में फैल गई और पूरी तरह से अनियंत्रित नजर आई। रात के समय लगी आग को काबू करने के लिए सोमवार को पूरा दिन दमकल विभाग की गाड़ियां लगी रहीं। मशीनों की सहायता से कुछ तूड़े को बचा लिया गया, लेकिन पराली पूरी तरह से जलकर राख हो गई। गोदाम मालिक सतबीर और हरिओम ने बताया कि गोदाम में 650 एकड़ की पराली और 8 हजार क्विंटल तूड़ा रखा था, जिसकी कीमत करीब डेढ़ करोड़ रुपए थी।

दोनों किसानों ने आग लगने के कारण नहीं बताए है। पुलिस ने सतबीर और हरिओम की शिकायत पर कार्रवाई शुरू की है। सूचना मिलने पर बहादुरगढ़ से डीएसपी धर्मबीर सिंह, नायब तहसीलदार सतबीर कुंडू, पुलिस थाना प्रभारी रमेशचंद मौके पर पहुंचे। वहीं, बाढ़सा पुलिस चौकी प्रभारी मुकेश कुमार ने बताया कि रात के समय ही दमकल विभाग की गाड़ियां आग पर काबू पाने में लगी रहीं, लेकिन आग लगने के कारणों का पता नहीं चल सका है। फिलहाल किसानों की शिकायत पर कार्रवाई की गई है।

हिन्दुस्थान समाचार/ शील/सुमन/संजीव