कैथल: जुड़वा बहनें रिद्धि-सिद्धि अब नहीं कहलायेंगी अनाथ, मिला नया घर
-सनातन धर्म सभा ने दोनों बहनों को दिया गोद
कैथल, 27 मार्च (हि.स. )। डेढ़ साल की रिद्धि और सिद्धि को अब नए मां-बाप और नया घर मिल गया है। दोनों बालिकाओं को सनातन धर्म मंदिर सभा बाल उपवन ने तमिलनाडु के धर्म देव और वैष्णवी को गोद देने की प्रक्रिया के तहत एडॉप्शन केयर अंडरटेकिंग में भेज दिया है। करनाल की चाइल्ड वेलफेयर कमेटी ने दोनों जुड़वा बहनों को पालन पोषण के लिए कैथल के सनातन धर्म बल उपवन में भेजा था। डेढ़ साल की दोनों जुड़वा बहने रिद्धि और सिद्धि 6 महीने से यहीं रह रही थी। सनातन धर्म सभा बल उपवन में दोनों बहनों का पालन पोषण किया जा रहा था।
तमिलनाडु के धर्मदेव और वैष्णवी ने अनाथ बच्चों को गोद देने के लिए बनाई गई वेबसाइट कारा पर दोनों बहनों को गोद लेने के लिए आवेदन किया था। जिसे स्वीकार कर लिया गया। दोनों बहन तीन महीने तक नई मां-बाप के घर में प्री एडॉप्शन पीरियड के तहत 3 महीने रहेंगी। इस दौरान सभा प्रतिमाह फॉलोअप के तौर पर उनकी निगरानी करेगी। इस अवधि में उनकी परवरिश ठीक प्रकार से पाई गई तो प्री एडॉप्शन अवधि पूरी होने के बाद कैथल के डीसी नए मां-बाप को उन्हें कानूनी तौर पर गोद देने की कार्रवाई करेंगे। इसके लिए दोनों को नए मां-बाप के साथ 3 महीने बाद दोबारा कैथल आना होगा।
बल उपवन से देश-विदेश में गोद जा चुके हैं 60 बच्चे
सनातन धर्म सभा के प्रधान रवि भूषण गर्ग ने बताया कि अब तक सनातन धर्म सभा बल उपवन से 60 बच्चे देश और विदेश के लोगों को गोद दिए जा चुके हैं। सभा यह कार्य उसके समाजसेवी कार्यो के अंतर्गत करती है। उन्होंने कहा कि अवांछित बच्चों को फैंके नहीं, अपितु सभा को सौंप दें। वे ऐसे बच्चों की सेवा करने के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं। इस अवसर पर सभा के सदस्य रमेश बंसल, प्रेमचंद सिंगला के साथ जीतो, सुरेश, प्रिंस व ललित मौजूद रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/ नरेश/संजीव