रोहतक: केन्द्र सरकार के खिलाफ किसान 26 को पंचकुला में तीन दिवसीय डालेगे पड़ाव
-संयुक्त किसान मोर्चा व विभिन्न संगठनों की हुई बैठक
-खेती को कॉरपोरेट के हवाले सरकार किसानों को बर्बाद करने पर तुली
रोहतक, 15 नवंबर (हि.स.)। संयुक्त किसान मोर्चा व विभिन्न संगठनों और ट्रेड यूनियन पदाधिकारियों की संयुक्त बैठक बुधवार को होशियार कुंडू की अध्यक्षता में अनाज मंडी में हुई, जिसमें सरकार के खिलाफ आंदोलन को लेकर रूपरेखा तय की गई।
किसान सभा के महासचिव सुमित दलाल ने बताया की दिल्ली किसान आंदोलन के बाद केंद्र सरकार ने अन्य लंबित मुद्दों जिसमे एमएसपी पर फसल खरीद की गारंटी देने ,बिजली संशोधन कानून 2022 की वापसी , लखीमपुर खीरी के शहीद किसानों को न्याय देने का आश्वाशन दिया, लेकिन केंद्र सरकार ने किसानों के साथ विश्वासघात करते हुए किसानों को धोखा देने का काम किया है। साथ ही फसल खराबे का मुआवजा, लंबित बीमा क्लेम, बाढ़ और सूखे का मुआवजा, ट्यूबवेल कनेक्शन, कर्जा मुक्ति आदि समस्याएं ज्यों की त्यों खड़ी है। उन्होंने आरोप लगाया कि वर्तमान केंद्र सरकार आज किसानों के साथ साथ मजदूरों को भी उजाडऩे पर तुली हुई है। खेती को कॉरपोरेट के हवाले कर रही है और विभागों का निजीकरण हो रहा है। बिजली कानून के माध्यम से प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे है ताकि बड़ी कंपनियों का मुनाफा बढ़ाया जा सके।
उन्होंने कहा कि इन्ही लंबित मुद्दों को संयुक्त किसान मोर्चा का देश भर में राज्यों की राजधानियों में 26 से 28 नवंबर तीन दिन के धरने/पड़ाव लगाने का आवाहन है जिसके तहत प्रदेश भर के किसान संगठन संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले और ट्रेड यूनियनें पंचकुला सेक्टर पांच में एकत्रित होकर पड़ाव डालेंगे। उन्होंने कहा कि भारी संख्या में किसान टैक्ट्रर ट्राली लेकर किसान पंचकुला पहुंचेगे। इसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। इस अवसर पर प्रीत सिंह बलवान सिंह, रणधीर धामड़, जयभगवान, उमेद रिठाल, सतबीर, भूप सिंह, बलवान सिंह, राय सिंह, सुरेन्द्र रिठाल, प्रेम सिंह, राज कुमार हुड्डा, अशोक राठी, रामकिशन, राजवीर कुंडू, मनोज सहरावत, रामबीर, विनोद देसवाल प्रमुख रूप से मौजूद रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/ अनिल/संजीव