यमुनानगर: जिले भर के पंचायती राज कर्मी अपनी मांगों को लेकर हुए लामबंद

 


















-सरपंचों को दिए गए आदेशों को रद्द करने के मांग पर अड़े

-लघु सचिवालय पर प्रदशन कर मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन

यमुनानगर, 28 फरवरी (हि.स.)। संयुक्त पंचायती कर्मचारी संघ हरियाणा के बैनर तले अपनी मांगों को लेकर जिले भर से हजारों की संख्या में ट्यूबवेल ऑपरेटर, सफाई कर्मी व ग्रामीण चौकीदार बुधवार को लघु सचिवालय के सामने अनाज मंडी पर इकठ्ठा हुए और प्रदर्शन किया। जिला उपायुक्त के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।

इस मौके पर ग्रामीण ट्यूबवेल ऑपरेटर ऑर्गनाइजेशन के प्रदेश अध्यक्ष जसबीर सिंह ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा दिए गए आदेशों में गांव के सरपंचों को सभी ग्रामीण कर्मियों की हाजिरी लगाने के आदेश दिए गए है। जिससे सभी ग्रामीण कर्मियों में भारी रोष है। हम सभी संगठन इसका विरोध करते है। उन्होंने कहा कि सरपंचों के द्वारा हाजिरी लगवाने से राजनैतिक द्वेषपूर्ण भावना से पक्षपात व्यवहार करने का अंदेशा रहेगा। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि राजनैतिक कारणों से सरपंच कर्मियों के शोषण करते है। उन्होंने आशंका जताते हुए कहा कि इस व्यवस्था से प्रतिदिन सरपंचों से वाद-विवाद रहेगा। सरपंच प्रतिदिन मनमाने ढंग से हाजरी लगाएंगे और अपने निजी कार्यों के लिए दबाव बनाएंगे। जिससे गांव में राजनैतिक रंजिश उत्पन्न होगी।

सभी संगठनों ने इस आदेश को रद्द करने और सभी कर्मचारियों की हाजिरी सरकारी अधिकारियों द्वारा लगवाने तथा कर्मचारियों को वेतन उनके बैंक खाते में खंड विभाग द्वारा ट्रेजरी के माध्यम से देने की मांग की। उन्होंने कहा कि हमारी पहले वाली व्यवस्था को ही फिर से जारी रखा जाए और इस आदेश को सरकार वापिस ले। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार ने अपने इन आदेशों को वापिस नही लिया तो मजबूरन हम हरियाणा के सभी पंचायतों के कर्मी मुख्यमंत्री का घेराव करेंगे और करनाल व चंडीगढ़ में आंदोलन करेंगे। इस मौके पर जगाधरी, प्रतापनगर, सढौरा, बिलासपुर, छछरौली, सरस्वतीनगर, रादौर से बड़ी संख्या में ग्रामीण संगठनों के कर्मी शामिल रहें।

हिन्दुस्थान समाचार/संजीव