प्रदेश भर के डाक्टराें ने किया नई शाेध पर मंथन

 


जींद, 8 सितंबर (हि.स.)। इंडियन सोसाइटी ऑफ एनेस्थिसियोलॉजिस्ट द्वारा रविवार को हरियाणा प्रदेश के सभी एनेस्थीसिया व क्रिटिकल केयर स्पेशलिस्ट के लिए कान्फ्रेंस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता इंडियन सोसाइटी ऑफ एनेस्थिसियोलॉजिस्ट के हरियाणा राज्य के प्रधान और जींद के सीएमओ डा. गोपाल गोयल ने की। कान्फ्रेंस में प्रदेशभर से लगभग 200 विशेषज्ञों ने भाग लिया। जिसमें एनेस्थीसिया चिकित्सक, फैकल्टी व विषय विशेषज्ञों ने एनेस्थीसिया व क्रिटिकल केयर से जुड़ी नई रिसर्च आपस में सांझा की।

कान्फ्रेंस का उद्देश्य आपस में जानकारियों का आदान-प्रदान करना, नई-नई तकनीकों से एनेस्थिसियोलॉजिस्ट को अवगत करवाना, अल्ट्रासाउंड मशीनों की डिटेल से जानकारी देना रहा। कान्फ्रेंस के दौरान विषयानुसार लैक्चर का भी आयोजन किया गया। जिसमें चिकित्सकों को नई तकनीक का प्रयोग करने के बारे में जानकारी दी गई और आपसी सहयोग बढ़ाने की बात कही गई। कार्यक्रम की खास बात यह रही कि इसमें पांच अल्ट्रासाउंड मशीनें विशेष रूप से लगाई गई। जिनसे सीधा प्रशिक्षण दिया गया। वहीं लगभग 40 रिसर्च पेपर और पोस्टर प्रेजेंट किए गए। सीएमओ डा. गोपाल गोयल ने कहा कि कांन्फ्रेंस का उद्देश्य यह रहा कि जितनी भी नई रिसर्च नई तकनीक आई हुई हैं।

इसे सभी एनेस्थीसिया आपस में सांझा करें ताकि सभी चिकित्सकों को नई तकनीकों के बारे में जानकारी मिल सके। जो नए एनेस्थीसियोलॉजिस्ट हैं, उनका पुराने एनेस्थीसियोलॉजिस्ट मार्ग दर्शन करें। इसके अलावा जो नए चिकित्सक आ रहे हैं, उन्हें नई तकनीकों की जानकारी हो। डा. गोयल ने बताया कि स्पेशलिस्ट चिकित्सकों ने अल्ट्रासाउंड के समय लॉक कैसे लगाना है, अल्ट्रासाउंड की तकनीकों से अवगत करवाया गया है। अगर कोई परेशानी आती है तो, उसे कैसे सॉल्वआउट करना है। डा. गोपाल ने कहा किएनेस्थिसिया की प्रेक्टिस ऐसी है, जिसमें जरा सी लापरवाही से मरीज की जान को खतरा बन सकता है। ऐसे में एनेस्थिसियोलॉजिस्ट के सामने इस तरह की कोई भी परेशानी न आए, इसे लेकर अधिक से अधिक जानकारी प्रदान करने का काम किया गया है ताकि मरीज को अधिक से अधिक लाभ मिले।

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हिन्दुस्थान समाचार / विजेंद्र मराठा