एसवाईएल के लिए जयहिंद सेना की यात्रा ने दिल्ली में किया प्रवेश

 


झज्जर, 3 जनवरी (हि.स.)। सतलुज-यमुना योजक नहर निर्माण के लिए दिए निर्णय पर सर्वोच्च न्यायालय का आभार जताने व फैसले को लागू करवाने की प्रार्थना करने के लिए महम से शुरू हुई जयहिंद सेना की पदयात्रा बुधवार शाम को बहादुरगढ़ पहुंची। यहां से यात्रा दिल्ली के लिए रवाना हो गई।

यात्रा में शामिल ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में रखी पानी की खाली टंकियों ने लोगों का ध्यान आकर्षित किया। यात्रा का नेतृत्व कर रहे नवीन जयहिंद ने कहा कि केंद्र सरकार को सर्वोच्च न्यायालय का फैसला तुरंत लागू करवाकर हरियाणा के लोगों को न्याय देना चाहिए।

जयहिंद सेना की यात्रा में कई ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में संगठन के कार्यकर्ता सवार थे और पानी की खाली टंकियां रखी थीं। उन टंकियों पर एसवाईएल लिखा हुआ है। पदयात्रा में शामिल कार्यकर्ताओं ने सुप्रीम कोर्ट की आकृति वाले मुकुट पहने हुए हैं। जयहिंद ने बताया कि सर्वोच्च निर्णय को मजबूती से लागू करने के लिए हरियाणा के लोगों की भावना के अनुरूप जयहिंद सेना सर्वोच्च न्यायालय के लिए गाय व भैंस का शुद्ध देशी घी भी लेकर जा रही है।

उन्होंने कहा कि हरियाणा के आधे से अधिक जिलों में खेतों को तो पीने का पानी मिलता ही नहीं, पीने के लिए भी सही पानी नहीं मिल रहा। कुल 22 में से 17 जिलों में भूजल में फ्लोराइड की मात्रा बहुत अधिक है। जबकि पंजाब के पास पानी जरूरत से भी ज्यादा है। इसलिए प्रदेश में पानी की जरूरत को पूरी करने के लिए एसवाईएल का निर्माण जरूरी है। उन्होंने कहा कि फैसले को लागू करने में राजनीति बाधा बनी हुई है। सभी दल सियासी नुकसान से बचने के लिए पंजाब के नेताओं की गलत नीतियों के खिलाफ बोलने को तैयार नहीं हैं। हालांकि जयहिंद सेना अपने धर्मयुद्ध के जरिए हरियाणा के लोगों को एसवाईएल का पानी दिलवाकर ही दम लेगी।

हिन्दुस्थान समाचार/ शील