जींद : परिजनों ने मृतक महिला का शव लेने से किया इनकार तो प्रशासन में मचा हड़कंप

 


जींद, 30 जून (हि.स.)। सफीदों उरलाना हैड के पास बुटाना ब्रांच नहर में शनिवार को मनरेगा में काम कर रही महिला मजदूर की अचानक पैर फिसलकर गिरने से मौत में मामले में रविवार को शव का पोस्टमार्टम होने के बाद परिजनों से उसे लेने से मना कर दिया।

मजदूर नेता राधेश्याम हाट के नेतृत्व में परिजनों ने मांग रखी कि जब तक परिवार को उचित मुआवजे, मजदूरों के लिए सेफ्टी किट उपलब्ध करवाने व घटना के दोषी अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई का लिखित आश्वासन प्राप्त नहीं हो जाता तब तक वह शव को अस्पताल से नहीं उठाएंगे। शव न लेने को लेकर प्रशासन में हड़कंप मच गया। आननफानन में सदर थाना प्रभारी आत्मा राम, नहरी विभाग के एसडीओ राहुल, जेई अमित व एबीपीओ अनिल मौके पर पहुंचे और उन्होंने परिजनों को मुआवजे का आश्वासन दिया लेकिन परिजन नहीं माने।

परिजनों ने कहा कि मौखिक आश्वासन से कुछ होने वाला नहीं है और उन्हे तो लिखित में आश्वासन चाहिए। उसके बाद काफी देर मशक्कत करने के उपरांत मौके पर पहुंचे अधिकारियों व पुलिस ने एसडीएम से फोन पर बात की। एसडीएम ने आश्वासन दिया कि परिवार को हरसंभव मदद दिलवाने के प्रयास किए जाएंगे। एसडीएम के आश्वासन पर परिजन मान गए और शव को नागरिक अस्पताल से गांव में ले गए। बता दें कि शनिवार को उरलाना हैड के पास मनरेगा के तहत बुटाना ब्रांच नहर की सफाई कार्य के दौरान टीटोखेड़ी की कमलेश का पैर फिसलने से मौत हो गई थी।

हिन्दुस्थान समाचार/ विजेंद्र