कैथल: लाचार बुजुर्ग अधिकारियों के सामने फूट-फूट कर रोया, नहीं हुआ कोई समाधान
कैथल, 21 जून (हि.स. )। एक तरफ मुख्यमंत्री द्वारा प्रदेश के सभी डीसी और एसपी को समाधान शिविर लगा लोगों की समस्याओं को दूर करने के निर्देश दिए गए हैं। दूसरी तरफ कैथल में कुछ अधिकारी लोगों की परिवार पहचान पत्र में इनकम कम करने की बजाय उनको मजदूरी करने की सलाह देकर उन्हें बेइज्जत कर रहे हैं। जिन अधिकारियों के कंधों पर इस पूरी व्यवस्था संभालने की जिम्मेदारी है वो सब कुछ जानते हुए भी जानबूझ कर अंजान बने बैठे हैं।
हर रोज की तरह शुक्रवार को भी जिला सभागार में प्रशासन के अधिकारियों द्वारा लोगों की समस्याएं सुनी जा रही थी। इसी बीच शहर के एक 85 वर्षीय जगमोहन शर्मा अपने बेटे के साथ पीपीपी में अपनी वार्षिक आय कम करवाने की फरियाद लेकर आया। जहां उसने परिवार पहचान पत्र के जिला प्रबंधक सोमपाल को अपनी इनकम कम करने का निवेदन किया। तभी अधिकारी ने कहा कि आपके बेटे काम करने योग्य हैं फिर ये दिहाड़ी क्यों नहीं करते। बुजुर्ग ने उसको बोला कि वह अपने बेटों से अलग रहता है और उसकी वार्षिक आय भी बहुत कम है। इसलिए उसका पीला राशन कार्ड बनाया जाए परंतु अधिकारी ने उसकी एक नहीं सुनी और उल्टा उसका ही मजाक उड़ाने लगा।
अधिकारी बोला मैं इनको 20 दिन के लिए 400 रुपए की दिहाड़ी पर लगवा दूंगा, आप इस बात के लिए हां भरो। अधिकारी ने बुजुर्ग को खरी खरी सुनाई और बोला कि इसका हमारे पास कोई इलाज नहीं है। तभी बुजुर्ग शिविर की अध्यक्षता कर रहे डीसी प्रशांत पवार के पास अपनी फरियाद लेकर पहुंचा और अधिकारी द्वारा कही गई बातों के बारे में भी बताया। बुजुर्ग ने बोला कि वह पिछले 5 दिनों से सरकारी कार्यालय में धक्के खा रहा है। अधिक उम्र होने के कारण उसे चला फिरा नहीं जाता, इसलिए उसके परिवार पहचान पत्र में वार्षिक आय काम करके उसका गरीबी रेखा का राशन कार्ड बनाया जाए। तभी डीसी ने उसके दस्तावेज लेकर उसको दोबारा से इस अधिकारी के पास भेजा परंतु फिर भी बुजुर्ग की समस्या का समाधान नहीं हुआ। इस पर बुजुर्ग अधिकारी के सामने फूट-फूट कर रोने लगा। आखिरकार बुजुर्ग रोते-रोते अपने बेटे के साथ समाधान शिविर से बाहर निकल गया।
हिन्दुस्थान समाचार/नरेश /संजीव