हिसार : डॉ. कमल गुप्ता को टिकट देने का विरोध, जिला उपाध्यक्ष जैन ने छोड़ी पार्टी
गुप्ता के खिलाफ चुनाव लड़ने का किया ऐलान, विधायक पर लगाए गंभीर आरोप
हिसार, 5 सितंबर (हि.स.)। विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा उम्मीदवारों की पहली सूची आने के साथ ही पार्टी में पनपा असंतोष कम नहीं हो रहा है। टिकटों की घोषणा के साथ ही उकलाना से शुरू हुआ इस्तीफों का दौरान अब हिसार में शुरू हो गया है। भाजपा जिला उपाध्यक्ष तरूण जैन ने डॉ. कमल गुप्ता को टिकट दिए जाने के रोषस्वरूप पार्टी से इस्तीफा देते हुए आजाद उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है।
अपने प्रतिष्ठान पर गुरुवार को तरुण जैन ने कार्यकर्ताओं से विचार विमर्श किया और चुनाव लड़ने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि हिसार की जनता के फैसले को सिर-माथे रखते हुए उन्होंने चुनाव लड़ने का निर्णय लिया। उन्होंने कहा कि हिसार की बदहाली किसी से छुपी हुई नहीं है। डॉ. कमल गुप्ता दस वर्षों से हिसार के विधायक व मंत्री हैं लेकिन उन्होंने जनता की सुध लेने की अपेक्षा हमेशा राजनीतिक रोटियां सेकने का काम किया है।
तरुण जैन ने कहा कि डॉ. कमल गुप्ता को यदि हरियाणा का सबसे विफल विधायक कहा जाए तो कुछ गलत नहीं होगा। हिसार में खुशहाली की जगह बदहाली दिखाई देती है। हिसार की जनता लचर सीवर व्यवस्था से परेशान है। बहुत सी कॉलोनियों की गलियां हमेशा सीवर के पानी से लबालब रहती हैं लेकिन विधायक डॉ. कमल गुप्ता ने इस समस्या को कभी गंभीरता से नहीं लिया। इसी भांति बारिश में हर वर्ष जलभराव से लोग बुरी तरह तंग हो जाते हैं। इस समस्या के निदान के लिए भी कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए बल्कि बड़े-बड़े वादों से हमेशा इस समस्या को ही दरकिनार कर दिया गया। सूर्य नगर के नवनिर्मित अंडरपास में जलभराव से वहां के निवासियों का जीना दूभर हो गया है और वे आंदोलन के लिए मजबूर हैं।
तरूण जैन ने कहा कि मंत्री कमल गुप्ता हिसार में विकास के बड़े-बड़े दावे करते हैं लेकिन यहां की टूटी-फूटी और गड्ढों से युक्त सडकों पर चलते हुए वास्तविकता का एहसास किया जा सकता है। जनता बेसहारा गोवंश के कारण त्रस्त हैं लेकिन जब कोई नागरिक इस मुद्दे पर मंत्री डॉ. कमल गुप्ता से बात करता है तो वे इस समस्या को सिरे से ही खारिज कर देते हैं। प्रोपर्टी आईडी की समस्या से हिसार का हर निवासी जूझ रहा है। लोग नगर निगम के चक्कर काट-काटकर थक चुके हैं लेकिन उनकी समस्या का समाधान नहीं होता। स्थानीय निकाय मंत्री रहते डॉ. कमल गुप्ता ने कभी इस समस्या को गंभीरता से नहीं लिया। वर्तमान में स्वास्थ्य मंत्री होने के बावजूद हिसार के सामान्य अस्पताल की खस्ता हालत किसी से छिपी नहीं है। इसी भांति स्वच्छ पेयजल आपूर्ति व कूड़ा निस्तारण की पुख्ता व्यवस्था करवाने में डॉ. कमल गुप्ता नाकाम रहे हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर