फतेहाबाद: धूमधाम से मनाया गया स्वामी श्रद्धानंद सरस्वती का बलिदान दिवस

 


फतेहाबाद, 25 दिसम्बर (हि.स.)। आर्य समाज मंदिर फतेहाबाद में अमर शहीद, वैदिक शिक्षा प्रणाली के पोषक एवं गुरूकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय, हरिद्वार के संस्थापक स्वामी श्रद्धानंद सरस्वती का बलिदान दिवस बड़ी धूमधाम से मनाया गया। आर्य समाज के पुरोहित पं. दीपक शास्त्री द्वारा वैदिक मंत्रों के साथ यज्ञ करवाया गया।

इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता पं. गौरव शास्त्री ने स्वामी श्रद्धानंद जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि स्वामी श्रद्धानंद जी ने वैदिक विचारों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए तथा लार्ड मैकाले द्वारा स्थापित शिक्षा पद्धति को सही ना मानकर गुरूकुलों की स्थापना करके स्वामी दयानदं सरस्वती द्वारा स्थापित वैदिक शिक्षा का प्रचार किया। भारतीय राष्ट्रीय स्वतंत्रता आंदोलन में भी स्वामी श्रद्धानंद सरस्वती द्वारा बढ़चढ़ कर भाग लिया तथा दलितोद्धार करने के लिए शुद्धि सभा की स्थापना की तथा असंख्य लोगों को शुद्ध करके वैदिक धर्म में सम्मिलित करवाया।

इस अवसर पर बोदीवाली से यशवीर आर्य द्वारा तथा आर्य महिला समाज की ओर से बहुत सुंदर भजनों का कार्यक्रम किया गया। आर्य समाज फतेहाबाद के प्रधान अरूण ग्रोवर ने आए हुए सभी अतिथियों का स्वागत किया तथा सभी को आर्य समाज की विचारधारा से जुडऩे की प्रार्थना की। इस अवसर पर पॉयनियर स्कूल के डायरेक्टर विजय निर्मोही, पूर्व प्रधान बुधराम आर्य, पूर्व पार्षद पंकज मुखी, सचिव डॉ. राजवीर शास्त्री, राजेश डीपी, रोशन लाल गोदारा, सुरेन्द्र सोनी, रिछपाल जिलेदार, हरीश वर्मा, गुरूकुल मताना के आचार्य सुनील शास्त्री, जयवीर आर्य, समाजसेवी नंदलाल चराईपौत्रा, सुमन रेहलन, सीमा ग्रोवर, सुमनलता, शील चौधरी, सुषमा भ्याना, आर्य समाज के सेवक रामू सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/अर्जुन/संजीव