फतेहाबाद: किसानों के लिए गले की फांस बनी पराली, जलाएं तो जुर्माना बाहर लेकर जाएं तो चालान

 


फतेहाबाद के किसान डीसी से मिले, मनदीप नथवान ने कहा : किसानों को परेशान करना बंद करे शासन-प्रशासन

फतेहाबाद, 7 नवम्बर (हि.स.)। इन दिनों पराली किसानों के लिए गले की फांस बनी हुई है। अगर किसान खेतों में पराली जलाते हैं तो अधिकारी उन किसानों का चालान काट देते हैं और अगर वे यहां से पराली ट्रैक्टर-ट्रालियों में लेकर महेन्द्रगढ़ जाते हैं तो वहां भी पुलिस द्वारा उनके ट्रैक्टरों के चालान काट दिए जाते हैं। ऐसे में किसान वर्ग बेहद परेशान है।

इसी समस्या को लेकर किसान मंगलवार को पगड़ी संभाल जट्टा किसान संघर्ष समिति के प्रदेशाध्यक्ष मनदीप नथवान के नेतृत्व में उपायुक्त से मिलने फतेहाबाद पहुंचे। इन किसानों ने शासन-प्रशासन ने तुरंत इस मामले में संज्ञान लेने और किसानों को राहत देने की मांग की है। इस अवसर पर मनदीप नथवान, रविंद्र सिंह हिजरावां खुर्द, लवी बाठ, गुरप्रीत सिंह, भूपिंदर रंधावा, रमनदीप रतिया चुंगी, गग्गी बादलगढ़, सुशील कुमार, राजू तूडे वाला, बूटा सिंह व जीत सिंह सहित अनेक किसान मौजूद रहे। डीसी ने प्रतिनिधिमंडल को इस मामले में महेन्द्रगढ़ के उपायुक्त से बातचीत करने को कहा। इस पर किसानों ने डीसी कार्यालय के बाहर जमकर नारेबाजी कर रोष जताया। पगड़ी संभाल जट्टा किसान संघर्ष समिति ने 9 नवम्बर को महेन्द्रगढ़ कूच करने की घोषणा की।

डीसी से मिलने पहुंचे मनदीप नथवान ने कहा कि गेहूं की बिजाई का समय निकलता जा रहा है लेकिन किसानों के खेत खाली न होने से उनकी चिंताए बढ़ रही है। अगर वे खेत खाली करने के लिए पराली में आग लगाते हैं तो उन पर जुर्माना कर दिया जाता है वहीं अगर वे पराली को बाहर भेजते हैं तो भी उनके खिलाफ एक्शन लिया जाता है जोकि बेहद निंदनीय है। उन्होंने बताया कि फतेहाबाद से काफी किसान ट्रैक्टर ट्रालियों पर पराली लेकर महेन्द्रगढ़ जाते हैं। जब वे महेन्द्रगढ़ के गांव गुरावटा से गुजरते हैं तो वहां पर आरटीए व पुलिस एसएचओ द्वारा पराली भरे होने के चलते उनके चालान काट दिए जाते हैं। अगर चालान न कटे तो गांववासी पराली से भरी ट्रालियों को भी आग लगा देते हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/अर्जुन/संजीव