हिसार : सजग की पांच दिवसीय ‘ए वे टू हैप्पी एंड स्ट्रेस फ्री लाइफ’ वर्कशॉप का समापन

 


तनाव दूर करने का अध्यात्म सबसे बड़ा साधन : महात्मा जगदीश्वरानंद

सुखी, स्वस्थ, सफल व सम्मानित जीवन के लिए खुश रहना अति आवश्यक : अग्रवाल

हिसार, 15 अक्टूबर (हि.स.)। सामाजिक संस्था सजग की ओर से विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर आरंभ की गई पांच दिवसीय मानसिक स्वास्थ्य के लिए वर्कशॉप ‘ए वे टू हैप्पी एंड स्ट्रेस फ्री लाइफ’ मंगलवार को समापन हो गया।

बालसमंद रोड स्थित सजग के कार्यालय वास्तु हब में सजग के प्रदेशाध्यक्ष वास्तु एवं लाइफ काउंसलर सत्यपाल अग्रवाल की अध्यक्षता में आयोजित वर्कशॉप के समापन कार्यक्रम में उत्तराखंड के बदरिकाश्रम से पधारे ज्योर्तिमठ के ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी श्री: अविमुक्तेश्वरानंद: सरस्वती के कॉर्डिनेटर व हरियाणा प्रदेश प्रभारी महात्मा जगदीश्वरानंद मुख्य अतिथि रहे। जिला धर्मांसद संजय डालमिया व दीपेश केडिया इसमें विशिष्ठ अतिथि थे।

इस अवसर पर महात्मा जगदीश्वरानंद ने कहा कि तनाव दूर करने का अध्यात्म सबसे बड़ा साधन है अध्यात्म में बड़े से बड़े संकट से उबारने की क्षमता विधमान है। अध्यात्म की इस शक्ति को पहचान कर ही आदि शंकराचार्य ने देश में सुख, शांति, खुशहाली और सौहार्द स्थापित करने के लिए चारों वेदों पर आधारित देश के चार कोणों में चार मठों की स्थापना की।

सत्यपाल अग्रवाल ने कहा कि सुखी, स्वस्थ, सफल व सम्मानित जीवन के लिए व्यक्ति का खुश रहना अति आवश्यक है। उन्होंने पांच दिवसीय वर्कशॉप में तनाव रहित खुशहाल जीवन शैली के लिए अध्यात्म, ध्यान, योग, प्राणायाम,आहार, व्यवहार, वास्तु, इनफॉरमेशन एवं विजुलाइजेशन आदि उपाय सिखलाए।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर