जींद : जींद की कुलदेवी जयंती के दरबार में कोई भी नहीं रहेगा भूखा
जींद, 11 नवंबर (हि.स.)। जींद शहर के महाभारतकालीन श्री जयंती देवी मन्दिर के दरबार में अब हर उस पेट को भरपेट खाना मिलेगा, जो किन्ही कारणो से भूखा रहने को मजबूर था। जंयती के दरबार में जो रसोई चलेगी उसका चूल्हा सुबह से लेकर देर शाम तक चलता रहेगा। सिद्धपीठ शक्ति के दरबार में छोटी दिवाली को इस खास रसोई का शुभारंभ किया गया।
प्रतिदिन सुबह 9 से सायं 7.00 बजे तक चलने वाली इस रसोई को मां का नाम दिया गया। इस रसोई का शुभाारंभ समाजसेवी विकास जैन की मां सन्तोष जैन ने पुजारी नवीन कुमार शास्त्री के सान्निध्य में अपने हाथों से किया। इस खास अवसर पर विकास जैन, मुकेश जैन, सुनील शांडिल्य, अशोक छाबड़ा,ओमप्रकाश शर्मा, राजेंद्र कौशिक ,सोमबीर मालिक, अंकित फोगाट, रोहित गोयल, अजय गर्ग, विक्रम, राम सुनेजा, वीरेंद्र मदान आदि श्रद्धालु मौजूद थे। रसोई का शुभांरभ करने के बाद सन्तोष जैन ने कहा कि जब कोई बच्चा भूख के कारण रोता है तो उसी समय मां उसका पेट भर देती है। यही सोच है कि जीद शहर की कुलदेवी माता जंयती के दरबार में आने वाला कोई भी भूखा ना रहे।
समाजसेवी विकास जैन ने कहा कि इस रसोई को मां का नाम दिया गया है। यहा प्रतिदिन कोई भी आकर भरपेट खाना खा सकता है। उन्होंने कहा कि जींद शहर में अनेको स्थानों पर जरूरतमंदों के लिए खाना परोसा जाता है। यह समाज के लिए सराहनीय है। किंतु कई बार तय समय के बाद आने वाले व्यक्ति को खाना नहीं मिल पाताऔर वह भूखा रह जाता है। इसलिए मां जंयती के दरबार में ऐसी व्यवस्था की गई है कि सुबह से शाम तक रसोई का चूल्हा चलता रहेगा। मां के दरबार में आकर कोई भी भूखा नहीं रह सकता।
हिन्दुस्थान समाचार/ विजेंद्र/संजीव