गुरुग्राम: अयोध्या राम मंदिर में हरियाणा के डॉक्टर दंपत्ति संभालेंगे हेल्थ सर्विस
-हरियाणा के दपंत्ति सिक्स सिग्मा का कर रहे हैं संचालन
-अभी तक दुर्गम यात्राओं में स्वास्थ्य सेवाएं देती आ रही है सिक्स सिग्मा
गुरुग्राम, 14 दिसम्बर (हि.स.)। दुर्गम क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं देने वाली सिक्स सिग्मा हेल्थकेयर अब अयोध्या में श्रीराम जन्म मंदिर में भी स्वास्थ्य सुविधाएं दी जाएंगी। हरियाणा के भारद्वाज दपंत्ति द्वारा संचालित सिक्स सिग्मा हेल्थकेयर 10 जनवरी 2024 से राम मंदिर में अपनी स्वास्थ्य सेवाओं की शुरुआत करेगी।
सिक्स सिग्मा हेल्थकेयर के सीईओ डा. प्रदीप भारद्वाज कहते हैं कि त्रेता युग में जो कार्य हनुमान जी ने संजीवनी लाकर किया था, वही कार्य सिक्स सिग्मा हेल्थकेयर भगवान श्रीराम के विग्रह की प्राण-प्रतिष्ठा के शुभ अवसर पर पधारे जरूरतमंद श्रद्धालुओं को संजीवनी देकर करेगा। उनका कहना है कि श्री राम जन्मभूमि मंदिर में 10 जनवरी से स्थायी चिकित्सा सेवाएं स्थापित करने के लिए सिक्स सिग्मा हेल्थकेयर को आमंत्रित किया गया है। उन्होंने कहा कि राम के काज में सेवा का अवसर मिलने पर हम बहुत धन्य महसूस करते हैं। यह सिक्स सिग्मा के लिए बहुत सम्मान की बात है, जिन्हें राष्ट्र के लिए ऐसी महान नि:स्वार्थ सेवाओं को देने का अवसर मिला। डॉ. प्रदीप भारद्वाज व मेडिकल निदेशक डॉ. अनीता भारद्वाज ने कारसेवकपुरम स्थित श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव और विश्व हिन्दू परिषद के अन्तर्राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चंपत राय से मुलाकात कर स्वास्थ्य सेवाओं को देने पर चर्चा की।
सिक्स सिग्मा हेल्थकेयर देश के कठिन पर्वतीय क्षेत्रों में आयोजित होने वाली सभी धार्मिक यात्राओं में मेडिकल सर्विस देता है। उन प्रमुख यात्राओं में श्री कैलाश मानसरोवर, श्री अमरनाथ, श्री बदरीनाथ, श्री केदारनाथ, श्री रुद्रनाथ, श्री मद्महेश्वर शामिल है। सनातन धर्म के गौरवशाली परम्परा के अनुसार होने वाली उक्त यात्राओं से जहां धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलता है, वहीं संबंधित क्षेत्र में आर्थिक विकास भी होता है। उन्नति से देश-विदेश में ख्याति मिलती है और संस्कृति को विश्व पटल पर ले जाने का अवसर देती है।
बता दें कि श्री राम मंदिर का डिजाइन चंद्रकांत सोमपुरा ने बनाया है। नागर शैली में बनाए जा रहे इस मंदिर का प्रवेश द्वार पूर्व की ओर बनाया गया हैे, जो गोपुरम शैली में है। यह द्वार दक्षिण के मंदिरों का प्रतिनिधित्व करेगा। मंदिर की दीवारों पर भगवान श्रीराम के जीवन को दर्शाने वाली कलाकृतियां प्रदर्शित होंगी। मंदिर का गर्भगृह अष्टकोणीय आकार का है। गर्भ गृह को ऐसे डिजाइन किया गया है, ताकि सूर्य की किरणें सीधे रामलला पर पड़े।
हिन्दुस्थान समाचार/ईश्वर/संजीव