हिसार : हवन व भंडारे के साथ भारत माता मंदिर में श्रीरामकथा महोत्सव संपन्न
भारत माता मंदिर के श्रीरामकथा महोत्सव में आयोजित हवन व भंडारे में विभिन्न क्षेत्रों से उमड़े श्रद्धालु
हिसार, 8 अप्रैल (हि.स.)। एमसी कॉलोनी स्थित भारत माता मंदिर में समाजसेवी स्व. चौ. फतेहचंद, स्व. माता हरबंस कौर एवं स्व. विजय शर्मा की स्मृति में आयोजित सात दिवसीय श्रीरामकथा महोत्सव के अंतिम दिन सोमवार को हवन व अटूट भंडारे का आयोजन किया गया।
सात दिवसीय महोत्सव में संगीतमय श्रीराम कथा के दौरान वृंदावन के प्रसिद्ध कथा व्यास पंडित कृष्णशरण शास्त्री जी ने श्रीराम के व्यक्तित्व पर आधारित प्रसंग सुनाकर श्रीराम के चरित्र को आत्मसात करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि मात्र श्रीरामकथा को सुनकर अपने कर्तव्य की इतिश्री नहीं कर लेनी है बल्कि उसे जीवन में उतारने का प्रयास भी करना है।
भारत माता मंदिर के संरक्षक अनिल महत्ता ने बताया कि महोत्सव के अंतिम दिन प्रात: आचार्य संतोष शास्त्री ने पूरे विधि विधान व मंत्रोच्चारण के साथ हवन-यज्ञ किया। दोपहर को अटूट भंडारे का आयोजन किया गया। इस भंडारे में हिसार व आसपास के क्षेत्रों से काफी संख्या में श्रद्धालुओं ने शिरकत की।
इस दौरान अंजू महता, सुनीता शर्मा, लता सिंगल, मनोरमा गुप्ता, उमा राजगढ़िया, मधु बंसल, प्रेमलता, संतोष पारीक, सुभाष यादव, आचार्य संतोष शास्त्री, रामकिशोर शुक्ला, इंदु गोयल, प्रवीन अरोड़ा, बिमला कथूरिया, भारत माता मंदिर की समस्त महिला मंडली एवं विभिन्न क्षेत्रों के गणमान्य लोग उपस्थित रहे। भंडारे के उपरांत श्रद्धालुओं ने मंदिर में स्थापित भारत माता, श्री गंगा माता, श्री गऊ माता के साथ-साथ श्री दुर्गा माता, श्री श्याम बाबा, श्री राधा-कृष्ण, श्री राम दरबार, श्री लक्ष्मी नारायण, श्री पंचमुखी हनुमान व श्री सिद्धिविनायक गणेश के विग्रह के भी दर्शन किए।
मंदिर के प्रांगण में ही स्थापित श्री शिव परिवार, श्री सिंदूरी हनुमान, श्री संतोषी माता, श्री शीतला माता एवं श्री शनि महाराज के विग्रह के समक्ष भी श्रद्धालु नतमस्तक दिखाई दिए। इनके साथ-साथ भारत माता मंदिर में संत गुरु नानक, महात्मा बुद्ध, संत महावीर, संत कबीर, संत रविदास, संत वाल्मीकि, स्वामी दयानंद सरस्वती, भगवान परशुराम व महाराज अग्रसेन के भित्ति चित्र भी श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र बने रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/राजेश्वर