जींद: पूर्व सांसद स्व. इंद्र सिंह की पुत्रवधु समेत तीन पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज
जींद, 17 जुलाई (हि.स.)। शहर थाना नरवाना पुलिस ने पूर्व मंत्री तथा पूर्व सांसद की फर्जी वसीयत तैयार करवा प्रोपर्टी हडपने पर पुत्रवधु समेत तीन लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी करने, फर्जी दस्तावेजों का सहारा लेने समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पेप्सू सरकार में मंत्री एवं पूर्व सांसद रहे स्व. इंद्रसिंह के बेटे मेजर जनरल अनिल चौधरी, उनके भाई सत्यरूप सिंह ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उनके पिता स्व. इंद्र सिंह 1952 में पेप्सू सरकार में मत्री तथा 1977 में सांसद भी रहे हैं। उनकी नरवाना समेत अन्य स्थानों पर संपत्ति थी। जिन्होंने अपनी जीवनकाल मे चल तथा अचल संपत्ति की कोई वसीयत नही की। 26 नवंबर 2000 को उनकी मौत होने के बाद उनके वारिसान में बराबर संपत्ति बांट दी गई थी। उनके पिता इंद्र सिंह के नाम नरवाना में 1551 वर्ग गज का मकान है।
जिसमें सभी का बराबर का हिस्सा है। जनवरी 2022 में सभी छह वारिस ने बंटवारे की याचिका दायर की। जिस पर वारिसान राजबाला ने आठ मई 2023 जवाब दावा पेश किया। जिसमें वसीयत को कोई जिक्र नही था। गत चार मार्च को राजबाला ने अदालत में दावा किया कि 15 फरवरी 2000 को उनके स्वर्गीय ससुर इंद्र सिंह ने अपनी जमीन की वसीयत उनके नाम की थी। दावे में प्रस्तुत की गई वसीयत 16 जनवरी 2023 को रजिस्टर्ड करवाई गई है। जबकि उनके पिता इंद्र सिंह की मौत वर्ष 2000 में हो चुकी थी। वसीयत पर फर्जी हस्ताक्षर किए गए हैं। जमीन को हड़पने के लिए फर्जीवाड़े का सहारा लिया गया है। बुधवार को शहर थाना के जांच अधिकारी अनिल कुमार ने बताया कि पुलिस ने मेजर जनरल अनिल चौधरी की शिकायत पर पटेल नगर निवासी राजबाला, गांव तारखां निवासी महा सिंह, गांव मैंगलपुर निवासी सतबीर के खिलाफ धोखाधड़ी, फर्जी कागजातों का सहारा लेने समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
हिन्दुस्थान समाचार / विजेंद्र मराठा / SANJEEV SHARMA