गुरुग्राम: सीमाओं की सुरक्षा देश के हर नागरिक की जिम्मेदारी: डा. मुकुल

 


-सीमा-विमर्श व्याख्यान में कही यह बात

गुरुग्राम, 6 अप्रैल (हि.स.)। सीमा जागरण मंच गुरुग्राम विभाग द्वारा सेक्टर-33 स्थित आईबीएमआर बिजनेस इंस्टीट्यूट में सीमा-विमर्श व्याख्यान आयोजित किया गया। इसमें गुरुग्राम विभाग सीमा जागरण के सह-प्रबोधन प्रमुख डॉ. मुकुल जैन ने दीप प्रज्वलित कर उद्घाटन किया। इस दौरान इंस्टीट्यूट की निदेशक छवि कटारिया भी उपस्थित थीं।

अपने सम्बोधन में डॉ. मुकुल जैन ने कहा कि सीमा जागरण मंच देश की सीमाओं तथा देशवासियों के बीच संबंध को मजबूत बनाने का प्रयास करता है, जिससे भारत अपनी सीमाओं तथा सीमाजनों को सक्षम, सशक्त और आत्मनिर्भर बना सके। यह जिम्मेदारी केवल सीमा प्रहरियों की ही नहीं, अपितु देश के हर नागरिक की भी है। पितामह भीष्म ने महाभारत काल में कहा है, देश की सीमाएं मां के वस्त्र के समान है और इनकी रक्षा करना हर पुत्र का कर्तव्य है। देश की सीमाओं पर तैनात हमारे सैनिक व सीमावर्ती गांवों में रह रहे लोग इसे बखूबी समझते हैं। हर दिन की चुनौतियां व कठिनाइयां उनके सामने होती है। इस दौरान विभाग के सह-संयोजक अवधेश कुमार सिंह ने कहा कि अयोध्या में भगवान श्रीराम के प्राण-प्रतिष्ठा से नये व विकसित भारत की नीव भी प्रतिष्ठित हो गई है। कार्यक्रम में सीमा जागरण मंच की मृदु शर्मा, प्रदीप गोला, रवि प्रकाश शर्मा, गिरिराज शर्मा, प्रदीप भल्ला, भृगुनाथ सिंह, कमलेश नाटाणी, भरत, विभाग के विजय प्रजापति, रवि तनवर सहित इंस्टीट्यूट के बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित थे।

हिन्दुस्थान समाचार/ईश्वर/संजीव