जींद: जीवन में संस्कारों का बहुत महत्व है: रासबिहारी

 


जींद, 17 सितंबर (हि.स.)। सफीदों उपमंडल के गांव ढाठरथ के बालिका संस्कृत विद्यापीठ में एक दिवसीय हिंदू संस्कार शिविर का मंगलवार को आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्यवक्ता विश्व हिंदू परिषद के केंद्रिय सह मंत्री रासबिहारी ने शिरकत की। वहीं विहिप के जिला मंत्री प्रमोद गौत्तम विशेष रूप से मौजूद रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता मातृशक्ति पिल्लूखेड़ा प्रखंड अध्यक्षा डा. सुमन शर्मा ने की।

अपने संबोधन में विहिप केंद्रिय सह मंत्री रासबिहारी ने कहा कि जीवन में संस्कारों का बहुत महत्व है। सुबह उठ कर हस्त दर्शन, धरती माता व बड़े-बुजुर्गों को प्रणाम करना चाहिए। इसके अलावा बच्चों को स्वाध्याय पर पूरा जोर देना चाहिए। बच्चों को जो अच्छे संस्कार दिए जाते हैं, वे उसके जीवन में हरदम काम आते हैं। अगर बच्चों को अच्छे संस्कार ना दिए जाएं तो बच्चा बड़ा होकर गलत मार्ग पर चल पड़ता है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक मां-बाप को बचपन से ही बच्चों को प्रतिदिन देव दर्शन व बड़ों के प्रति आदर भाव, जैसे संस्कार देने चाहिए। धन-दौलत का बंटवारा हो सकता है लेकिन व्यक्ति के संस्कारों को कोई नहीं बांट सकता है। उन्होंने कहा कि वक्फ बोर्ड भारत की एकता और अखंडता के लिए खतरा है। वक्फ बोर्ड एक ऐसा संस्थान बन गया है जो देश में सामाजिक सद्भाव को प्रभावित कर रहा है। वक्फ बोर्ड का संचालन संविधान के सिद्धांतों के खिलाफ है और यह धार्मिक भेदभाव को बढ़ावा देता है। वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन में पारदर्शिता की कमी है और यह असमानता को बढ़ाता है। उन्होंने सरकार से अपील करते हुए कहा कि वक्फ बोर्ड के खिलाफ ठोस कदम उठाए जाएं और इसे समाप्त किया जाए। इस तरह के कानून का कोई स्थान नहीं होना चाहिए, जो केवल एक धार्मिक समुदाय को विशेष अधिकार प्रदान करता है।

हिन्दुस्थान समाचार / विजेंद्र मराठा