फतेहाबाद: काले रंग का केमिकल डालकर रातों रात बनाई सड़क 10 दिन में ही टूटी
ग्रामीणों ने पैच लगाने आए कर्मचारियों को भगाया, सडक़ को दोबारा बनाने की मांग
फतेहाबाद, 15 दिसम्बर (हि.स.)। जिले के गांव दिगोह से रतिया मार्ग तक जाने वाली 10 दिन पहले बनी सडक़ अभी से टूट गई है। सडक़ पूरी तरह से उखडऩे के कारण बजरी बाहर निकल आई है और पहले की तरह गड्ढे हो गए हैं। ग्रामीणों ने ठेकेदार पर आरोप लगाते हुए कहा कि काले रंग का केमिकल डालकर सडक़ बिछा दी और वाहनों के टायरों के साथ बजरी पूरी तरह से उखड़ गई। ग्रामीणों ने कहा कि सडक़ निर्माण में जरा सा भी तारकोल नहीं डाला गया, इसलिए सडक़ की यह हालत हुई है। दिगोह के ग्रामीणों ने शुक्रवार को ठेकेदार और लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि एक करोड़ से अधिक की लागत से सडक़ का नवनिर्माण किया गया है, लेकिन सडक़ में पत्थर नाममात्र डाले गए हैं और मिट्टी अधिक डाल दी गई। ठेकेदार ने रातों-रात सडक़ पर बजरी बिछाकर लीपापोती कर दी है। अब सडक़ पूरी तरह से उखड़ चुकी है। प्रदर्शनकारी पगड़ी संभाल जट्टा किसान संघर्ष समिति के सचिव सुखा सिंह पंडाल, अवतार सिंह, रोहित कुमार, हरपाल सिंह, गुरप्रीत सिंह, मनप्रीत सिंह, सुखजीत सिंह, अजय कुमार आदि ग्रामीणों का आरोप है कि ठेकेदार राजनीतिक प्रभाव के चलते सडक़ सामग्री को पूरी तरह से डकार गया है और खानापूर्ति करके कायदे-कानून को ताक पर रखकर सडक़ का निर्माण रातों-रात कर दिया गया। इसकी विजिलेंस जांच होनी चाहिए। ग्रामीणों ने मांग की है कि सडक़ का दोबारा से पुर्ननिर्माण करवाकर गुणवत्तापूर्वक बनाई जाए।किसान नेता सुखा सिंह ने बताया कि करीब 10 दिन पहले पीडब्ल्यूडी एंड बीएंडआर द्वारा ठेकेदार के माध्यम से दिगोह से रतिया-धौलू मार्ग तक सडक़ का निर्माण किया गया था। सडक़ निर्माण के बाद ही टूटने लगी।
इस बारे लोक निर्माण विभाग के एसडीओ विजय कुमार शर्मा ने कहा कि मामला उनके संज्ञान में आया है। उन्होंने बताया कि नवंबर से फरवरी के बीच में नई सडक़ बनाते हैं तो तापमान की वजह से दिक्कत आती है। ठेकेदार को सडक़ दोबारा से ठीक करने के आदेश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि चार साल तक सडक़ की रिपेयरिग की जिम्मेदारी ठेकेदार की है। जबकि अभी तक ठेकेदार को पूरी पेमेंट का भुगतान नही किया है।
हिन्दुस्थान समाचार/अर्जुन/संजीव