फतेहाबाद: शहीद पुलिस कर्मचारी महेन्द्र सिंह को किया याद

 


फतेहाबाद, 25 अक्टूबर (हि.स.)। पुलिस की ड्यूटी जनसेवा का सबसे बेहतर माध्यम है। पुलिस कर्मचारी अपनी जान की परवाह न करते हुए लोगों की जान-माल की सुरक्षा को लेकर हर समय तत्पर रहता है। जनसेवा करते हुए शहीद पुलिस कर्मचारियों को युगों-युगों तक याद रखा जाता है। हम रहें न रहें लेकिन वतन पर मिटने वालों की शहादत को हमेशा नमन किया जाता रहा है और किया जाता रहेगा। यह बात थाना सदर टोहाना प्रभारी दिलबाग सिंह ने बुधवार को गांव इन्दाछोई निवासी शहीद महेन्द्र सिंह की याद में टोहाना के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही।

शहीद महेन्द्र सिंह ने इसी स्कूल से शिक्षा ग्रहण की थी। 25 जुलाई 1991 को उग्रवादी कांड सिरसा में फल्गु नाका पर महेन्द्र सिंह पुत्र दलीप सिंह इन्दाछोई शहीद हो गए थे। कार्यक्रम में थाना प्रभारी के अलावा स्कूल के समस्त स्टाफ सदस्यों और विद्यार्थियों ने भी शहीद के प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके अलावा कार्यक्रम में एसएचओ ने शहीद महेंद्र सिंह की पत्नी लिछमा देवी को पुलिस प्रशासन की तरफ से शाल ओढ़ाकर सम्मानित भी किया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एसएचओ ने कहा कि पुलिस का जवान हमेशा अपने कर्तव्य का निर्वाह करता हुआ अपनी ड्यूटी को पूरा करता है, भले ही उसके सामने किसी भी प्रकार की परेशानी व चुनौतियां क्यों न आएं। कार्यक्रम में शहीद के बड़े भाई सत्यप्यार सिंह, परिवार के सदस्य, स्कूल स्टाफ व शहर के गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।

शहीद सिपाही सारजेन्ट सिंह के घर जाकर दी श्रद्धांजलि

इसके अलावा फतेहाबाद पुलिस द्वारा शहीद प्रधान सिपाही सारजेन्ट सिंह को भी याद किया गया। उप पुलिस अधीक्षक विरेन्द्र सिंह ने एम्पलाइज कॉलोनी रतिया पहुंच कर शहीद प्रधान सिपाही सारजेन्ट सिंह को श्रद्धासुमन अर्पित किए। उन्होंने शहीद सारजेन्ट की पत्नी को शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया। बता दें कि शहीद सारजेन्ट सिह वर्ष 2008 मे जिला फतेहाबाद के बस अड्डा चौकी में तैनात थे। उसी दौरान रात के समय एक मुठभेड़ में शरारती तत्वों ने उनको गोली मार दी थी। गोली लगने से शहीद सारजेन्ट सिंह की मृत्यु हो गई थी। इस अवसर पर थाना शहर प्रभारी एसआई जयसिंह सहित अनेक पुलिस कर्मचारी मौजूद रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/अर्जुन/सुमन