झज्जर: देश की एकता के लिए योगदान पर मुखर्जी को किया गया याद

 


झज्जर जिला में जगह-जगह हुए कार्यक्रम

झज्जर, 6 जुलाई (हि.स.)। भारतीय जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को शनिवार को उनकी जयंती पर याद किया गया। भारतीय जनता पार्टी और अन्य संस्थाओं ने मुखर्जी की स्मृति में जगह-जगह पौधारोपण किया और उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।

जिले में झज्जर, बहादुरगढ़, बेरी व बादली में भी डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती मनाई गई। बहादुरगढ़ में झज्जर रोड स्थित भाजपा कार्यालय में पूर्व विधायक नरेश कौशिक ने पार्टी पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं के साथ डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के चित्र के समक्ष पुष्पाजंलि अर्पित की और सार्वजनिक स्थानों पर पौधे लगाए। कौशिक ने कहा कि डॉ. मुखर्जी जम्मू-कश्मीर राज्य को अलग दर्जा दिए जाने के घोर विरोधी रहे और चाहते थे कि जम्मू-कश्मीर भी भारत के अन्य राज्यों की तरह पहचान मिले यही उनकी सोच थी।

देश की संसद में उन्होंने धारा 370 को समाप्त करने की भी पुरजोर वकालत की थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में भाजपा सरकार ने अनुच्छेद 370 को हटाते हुए उनके इस सपने को साकार किया।

दिल्ली-रोहतक रोड पर सांखोल में हरियाणा भाजपा महिला मोर्चा की उपाध्यक्ष डॉ. नीना सतपाल राठी ने मुखर्जी की जयंती पर उन्हें श्रद्धापूर्वक नमन किया। उन्होंने कहा कि हर भाजपा कार्यकर्ता को उनके दिखाए मार्ग पर चलना चाहिए। वह निडर और स्पष्ट भारतीय राजनेता थे। उन्होंने भारत में दो विधान, दो निशान, दो प्रधान नहीं चलेंगे को लेकर प्रखर आवाज उठाई थी, जिसके सकारात्मक परिणाम सामने आए।

ओमैक्स सिटी बहादुरगढ़ में उद्योग भारती के प्रदेश उपाध्यक्ष व वरिष्ठ भाजपा नेता एडवोकेट बलबीर सिंह के नेतृत्व में मुखर्जी जयंती मनाई गई। उपस्थित कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए बलबीर सिंह ने कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के ऊंचे आदर्श, दूरदर्शी सोच, देश सेवा की भावना, उच्च विचार देश के करोड़ों नागरिकों को आज भी राष्ट्र सेवा के लिए प्रेरित करते हैं। मुखर्जी के विचारों में भारतीयता के चिंतन की छाप थी।

हिन्दुस्थान समाचार/शील