फरीदाबाद : मंडियों में हजार रुपए क्विंटल तक गिरा बासमती धान का रेट

 


फरीदाबाद, 12 अक्टूबर (हि.स.)। फरीदाबाद की मंडियों में भारत से निर्यात होने वाला बासमती धान पिछले साल के मुकाबले इस बार दाम बहुत कम है। पिछले साल मंडी में बासमती 15.09 धान की कीमत 3400 रुपए से 3500 रुपए तक थी। इस बार ये 1000 हजार रुपए नीचे चला गया है। आढ़ती और किसान दाम कम होने की वजह फिलहाल पिछले दिनों हुई बरसात से फसल खराब होना बताया।

बता दे कि इस बार बासमती धान की मंडी में खरीद 2000 से 2500 रुपए क्विंटल पर की जा रही है। अब तक बल्लबगढ़ अनाज मंडी में 50,000 क्विंटल धान आ चुके हैं आढ़तियों ने कहा कि इस बार की बासमती धान 15.09 की क्वालिटी बहुत हल्की है। इसकी वजह पिछले दिनों हुई बरसात की वजह है। क्योंकि बरसात होने की वजह से फसल खराब हो गई थी। नमी रही थी और कीड़े भी लग गए थे। इस वजह से इस बार हल्की क्वालिटी के धान मंडी में आए हैं। उन्होंने कहा कि इस क्वालिटी का धान अपने इंडिया में नहीं बिकता यह ज्यादातर विदेश में जैसे ईरान, इराक, यूके, यूएसए में एक्सपोर्ट होता है। उन्होंने कहा कि इस क्वालिटी की धान सरकार नहीं खरीदती वह मोटे अनाज वाली परमल खरीदती है।

इससे किसान का बहुत ज्यादा नुकसान हो रहा है। वहीं किसानों को अपने धान का सही रेट न मिलने पर निराश होते हुए उन्होंने कहा कि इस बार जो बरसात हुई है, उसे काफी किसानों का नुकसान हुआ है। फसल खराब हो गई थी कीड़े लग चुके थे और फसल बैठ भी गई थी। जो लागत लगाई थी उस लागत से सही रेट नहीं मिल रहा। इससे काफी नुकसान हो रहा है। किसानों ने कहा कि इस धान को प्राइवेट एजेंसी और आढ़ती खरीद करते हैं। इस बार पिछले साल के मुकाबले बहुत ज्यादा रेट कम है इस बार 2000 से 2500 रुपए तक का ही रेट मिल रहा है। इस धान को सरकार को खरीदना चाहिए जिससे किसानों को राहत मिले। अगर सरकार खरीदेगी तो एक फिक्स रेट होगा और किसानों को उसका फायदा मिलेगा। कुछ किसानों ने यह भी कहा कि यह धान बाहर विदेशो में जाती हैं लेकिन वहां पर जैसे ईरान और इजराइल में युद्ध वाले हालात हैं तो उसका भी असर पड़ रहा है। इस वजह से ऐसा लग रहा है जैसे इनके रेट कम हो गए हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / -मनोज तोमर