नफे सिंह हत्याकांड : गिरफ्तारी तक पोस्टमार्टम न कराने पर अड़े परिजन, जान को खतरा बताकर राठी मांग रहे थे सुरक्षा

 




-पुलिस ने मामले की जांच के लिए बनाई पांच टीमें

झज्जर, 26 फरवरी (हि.स.)। रविवार की शाम को बहादुरगढ़ में हुई इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के प्रदेश अध्यक्ष नफे सिंह राठी की हत्या के मामले की जांच जिला पुलिस की पांच टीमें कर रही हैं। पीड़ित परिवार ने इस घटना के लिए पुलिस, प्रशासन व सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। राठी समर्थक अस्पताल के बाहर दिल्ली-रोहतक रोड पर जाम कर और परिजन पोस्टमार्टम से पहले आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर अड़े हैं। इनेलो महासचिव अभय सिंह चौटाला भी सोमवार को बहादुरगढ़ पहुंच गए और सरकार से आरोपितों की शीघ्र गिरफ्तार करने की मांग की।

पूर्व विधायक नफे सिंह राठी को अंतिम संस्कार सोमवार दोपहर तक भी नहीं किया जा सका। उनके परिजन आरोपितों की गिरफ्तारी न होने तक पोस्टमार्टम नहीं करवाने पर अड़े हैं। नागरिक अस्पताल बहादुरगढ़ में पोस्टमार्टम हाउस के बाहर और नफे सिंह राठी के घर के बाहर सैकड़ों लोगों की भीड़ लगी है। आरोपियों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग को लेकर राठी के समर्थकों ने नागरिक अस्पताल के बाहर पुराने दिल्ली-रोहतक रोड पर जाम लगा दिया। बाद में हत्याराेपियों की गिरफ्तारी तक पोस्टमार्टम न कराने पर अड़े परिजन और समर्थकों ने सड़क किनारे धरना शुरू कर दिया है।

अस्पताल में नफे सिंह राठी के पुत्र नगर पार्षद जितेन्द्र ने कहा कि राठी ने कई महीने पहले अपनी जान को खतरा बताते हुए सुरक्षा की मांग की गई थी लेकिन सरकार ने उन्हें पुलिस सुरक्षा मुहैया नहीं करवाई। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों पत्रकारों से बातचीत में भी नफे सिंह ने खुद को मिल रही धमकियों के आधार पर अपनी जान को खतरा बताते हुए पुलिस सुरक्षा मांगी थी। नफे सिंह राठी के भतीजे कपूर सिंह राठी ने कहा कि उनके चाचा की हत्या एक राजनीतिक हत्या है। उन्होंने कहा कि जिन पर उन्हें शक था, उन सबके नाम पुलिस को बता दिए हैं लेकिन केवल एफआईआर दर्ज करना कोई समाधान नहीं है। आरोपितों को जल्द गिरफ्तार करना चाहिए।

राठी की हत्या की खबर मिलने पर इनेलो महासचिव अभय सिंह चौटाला भी सोमवार को बहादुरगढ़ पहुंच गए। यहां पत्रकारों से बातचीत के दौरान अभय चौटाला ने कहा कि छह महीने पहले नफे सिंह राठी ने गुरुग्राम में उनसे मिलकर अपनी जाम को खतरा बताया था। अभय ने कहा कि मैंने तुरंत एसपी झज्जर से बात की और सुरक्षा देने के लिए कहा। नफे सिंह ने एसपी, डीसी, सीआईडी प्रमुख, गृहमंत्री अनिल विज, और सीएम को भी लिखित निवेदन कर सुरक्षा मांगी लेकिन नहीं दी गई और अंतत: वही हुआ जिसका डर था। अभय ने कहा कि दो बार के विधायक, पूर्व विधायक एसोसिएशन के अध्यक्ष और इनेलो के प्रदेश अध्यक्ष का जीवन सुरक्षित नहीं रहा तो इस सरकार में आम आदमी का क्या होगा।

घटना के संबंध में डीएसपी शमशेर सिंह ने बताया कि शिकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है। दो डीएसपी के नेतृत्व में पांच टीम बनाई गई हैं। सभी टीम तत्परता से का कर रही हैं और आरोपितों को शीघ्र गिरफ्तार किया जाएगा।

हिन्दुस्थान समाचार/शील/सुनील