पलवल: श्री विश्वकर्मा कौशल विवि के छात्रों को जापान में रोजगार की पेशकश: राज नेहरू

 


पलवल, 25 अक्टूबर (हि.स.)। जापानी दूतावास ने श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय में जापानी भाषा में डिप्लोमा कर रहे विद्यार्थियों को अपने देश में रोजगार से जोडऩे की पेशकश की है। बुधवार को जापानी दूतावास और वहां के कृषि मंत्रालय के प्रतिनिधिमंडल ने श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय का दौरा कर कुलपति डा. राज नेहरू और कुल सचिव प्रोफेसर ज्योति राणा सहित विभिन्न डीन और फैकल्टी के साथ उच्च स्तरीय बैठक की। जापानी प्रतिनिधिमंडल ने सीधा विद्यार्थियों के साथ भी संवाद कायम किया और उन्हें जापान में आकर काम करने की पूरी प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी।

कुलपति डा. राज नेहरू ने जापानी मेहमानों का भव्य स्वागत किया और भारत-जापान के निरंतर प्रगाढ़ होते जा रहे संबंधों के लिए दूतावास के अधिकारियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि भारत और जापान का रिश्ता सदियों पुराना है। इस नाते से हम भावनात्मक तौर पर भी जापान के करीब हैं। कुलपति डा. राज नेहरू ने जापान के मानकों के अनुसार कुशल मानवीय संसाधन तैयार करने की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने कहा कि श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय ने जापान की जरूरतें पूरी करने के लिहाज से ही जापानी भाषा के डिप्लोमा का करिकुलम तैयार किया है। कुलपति डा. राज नेहरू ने बताया कि विश्वविद्यालय पहले से ही मारुति सुजुकी और डाइकी जैसी जापानी कंपनियों के साथ काम कर रहा है। आने वाले समय में जो विद्यार्थी जापानी भाषा में पारंगत होकर निकलेंगे उनके लिए भी जापान में अथाह संभावनाएं हैं। कुलपति डा. राज नेहरू ने बताया कि श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय हरियाणा सरकार की पहल पर 30 हजार से भी ज्यादा विद्यार्थियों को घरेलू और अंतरराष्ट्रीय मार्केट की जरूरतों के हिसाब से स्किल्ड बनाने की योजना पर काम कर रहा है।

जापान के सलाहकार प्रोफेसर अशोक कुमार चावला ने कहा कि भारत और जापान की मैत्री और मधुर हो रही है। साल 2027 तक जापान भारत में बड़े स्तर पर निवेश करने की तैयारी में है। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय इस भागीदारी को बढ़ाने में बड़ी भूमिका निभा सकता है। प्रोफेसर चावला ने कहा कि हरियाणा और भारत सरकार जापानी भाषा को बढ़ावा देने के लिए गंभीरता से काम कर रही हैं। खुद हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल भी जापानी भाषा सीख रहे हैं। उन्होंने कहा कि जो विद्यार्थी जापानी भाषा में एन-4 लेवल हासिल कर लेंगे, उनके लिए अच्छे रोजगार की संभावनाएं हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/ गुरुदत्त/संजीव