पलवल : पैरा ट्रूपर कमांडो को नम आंखों से दी गई अंतिम विदाई
पलवल, 25 दिसंबर (हि.स.)। देश के लिए बेहद खतरनाक मिशनों को अंजाम देने वाले पलवल के भिडूकी गांव निवासी पैरा ट्रूपर कमांडो तेजपाल का कल देर शाम को सिद्ध बाबा खेल परिसर में पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया। तेजपाल के डेढ़ साल के बेटे मोक्ष ने पैतृक गांव में हजारों लोगों की मौजूदगी में मुखाग्नि दी गई।
दरअसल, भिडूकी गांव निवासी भूपराम के बेटे तेजपाल ने सितंबर 2016 में थर्ड पैरामिलिट्री फोर्से ज्वाईन की थी। तेजपाल पिछले करीब छह महीने से कैंसर से पीड़ित था, जिसने 24 दिसंबर को दिल्ली आरआर हॉस्पिटल में इलाज के दौरान अंतिम सांस ली। कमांडो की मौत की खबर फैलते ही पूरे जिले में शोक की लहर दौड़ गई। कमांडो तेजपाल का पार्थिव शरीर को पूरे राजकीय और सैनिक सम्मान के साथ भिडूकी गांव लाया गया। उसका शव गांव पहुंचने पर वंदे मातरम और भारत माता की जय के नारों से पूरा इलाका गूंज गया। रविवार की देर शाम को गांव के सिद्ध बाबा खेल परिसर में हजारों की भीड़ की मौजूदगी में उनका संस्कार किया गया। तेजपाल के डेढ़ साल के बेटे मोक्ष ने मुखाग्नि दी।
कमांडो को अंतिम विदाई के मौके पर प्रशासनिक और राजनीतिक नेताओं के साथ हजारों लोगों ने उसे श्रद्धांजलि दी। अंतिम विदाई देने वालों में होडल से भाजपा विधायक एवं पूर्व मंत्री जगदीश नायर, पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल, भाजपा जिला अध्यक्ष चरण सिंह तेवतिया, पूर्व विधायक टेकचंद शर्मा, जिला सैनिक बोर्ड के सदस्य एक्स आर्मी कैप्टन नर्सिंग, जिला सैनिक एवं अर्धसैनिक वेलफेयर विभाग के सचिव कर्नल देवेंद्र सिंह ढाका, वेलफेयर ऑर्गेनाइजर इंद्रजीत सिंह, हवलदार गिरीश कुमार आदि विशेष रूप से मौजूद रहे।
उल्लेखनीय है कि जीवन की कठिन परिस्थितियों से जूझते हुए तेजपाल पैरामिलिट्री फोर्सेस में पैरा ट्रूपर कमांडो बना था। लद्दाख, श्रीनगर और जयपुर जैसे बेहद खतरनाक मोर्चों पर वह तैनात रहा और कई खतरनाक मिशनों में वह शामिल था। तबियत बिगड़ने पर जांच के दौरान तेजपाल को कैंसर होने की पुष्टि हुई। पिछले कुछ दिन से उसे दिल्ली आरआर हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। कमांडो तेजपाल की शादी करीब 3 वर्ष पूर्व हुई थी, जिसका करीब डेढ़ वर्ष का एक बेटा मोक्ष है।
हिन्दुस्थान समाचार/ गुरुदत्त/सुनील