पलवल: करवा चौथ से पहले बाजार में रौनक, उमड़ी महिलाओं की भीड़

 


पलवल, 31 अक्टूबर (हि.स.)। करवा चौथ, साल में एक बार मनाया जाने वाला महिलाओं का महत्वपूर्ण त्योहार है। यह त्यौहार कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को सुहागिन महिलाओं द्वारा मनाया जाता है। इस बार यह पर्व करवा चौथ एक नवंबर को मनाया जाएगा। करवा चौथ के पर्व पर शहर के बाजार सजे हुए हैं। महिला खरीदारों की भीड़ भी बढ़ रही है। करवा चौथ पर लाख की चूड़ियों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इस दिन महिलाएं16 श्रृंगार कर सजती संवरती है। सुहागन महिलाएं बाजार में विभिन्न प्रकार की चूड़ियां खरीद रही हैं।

महिलाओं में इस त्यौहार को लेकर खरीदारी का उत्साह कुछ ऐसा है कि केवल करवाचौथ के अवसर पर साज सज्जा के लिए सभी प्रकार के सामान की खरीददारी की जा रही है। करवा चौथ के त्योहार के अवसर पर, चूड़ियां खरीदने बाजार गई महिला उर्मिला खरब ने बताया कि इस मौके पर नई-नई चूड़ियां पहनना बहुत ही शुभ माना जाता है। इसलिए सभी महिलाएं इस त्योहार पर अपने पति की लंबी आयु की कामना करती हैं और इसके लिए खासतौर से लाख की चूड़ियां पहनती हैं। संतोष देवी ने बताया कि करवा चौथ के पर्व से एक दिन पूर्व महिलाएं अपने हाथों में सुहाग के नाम की मेहंदी लगवा रही हैं। आज बाजार में महिलाएं ही महिलाएं नजर आ रही है। मेंहदी लगवाने के लिए लम्बी लम्बी कतारें लग रही है।

करवा चौथ पर पति की लम्बी आय़ु की कामना

इस मौके पर सभी सुहागिन महिलाएं सुबह से शाम तक निर्जला व्रत रखकर सुहाग की सलामती की कामना करती हैं। शाम को सोलह श्रृंगार कर महिलाएं चांद निकलने का इंतजार करती हैं। जहां चांद निकलने के बाद विधि-विधान से पूजन करती हैं, जिसके बाद छलनी में चांद के साथ पति के चेहरे का दीदार करके अपने पति की दीर्घायु की कामना करते हुए अपने पति के हाथों से पानी पीकर व्रत को पूरा करती है।

हिन्दुस्थान समाचार/ गुरुदत्त/संजीव