पलवल: उत्तरप्रदेश के शिक्षा विभाग का फर्जी नियुक्ति पत्र देकर 50 लाख रूपये हड़पे
पलवल, 29 जनवरी (हि.स.)। उत्तरप्रदेश के शिक्षा विभाग का फर्जी नियुक्ति पत्र देकर 50 लाख रूपये हड़पने का मामला सोमवार को सामने आया है। उत्तर प्रदेश के शिक्षा विभाग में नौकरी लगवाने के नाम पर ये रकम ली गई थी। पुलिस ने सोमवार को व्यक्ति की शिकायत पर एक महिला सहित दो नामजद के खिलाफ नौकरी लगवाने के नाम पर व फर्जी नियुक्ति पत्र देकर उसे व उसके रिश्तेदारों व दोस्तों से धोखाधड़ी करने का मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
मिली जानकारी के अनुसार पलवल जिले के करमन गांव निवासी हरकेश सौरोत ने पुलिस को दी शिकायत में कहा है कि उसकी मुलाकात अक्टूबर 2018 में कोटवन बार्डर पर कोसीकलां (उतर प्रदेश) के बठैन रोड़ निवासी वीरेंद्र चौधरी से हुई थी। इसके बाद दोनों में दोस्ती हो गई। उसके करीब 18 माह बाद वीरेंद्र चौधरी ने उसे नौकरी दिलवाने के बारे में प्रस्ताव रखा।
वीरेंद्र चौधरी ने उससे कहा कि वह उत्तर प्रदेश शिक्षा विभाग में लिपिक के पद पर नौकरी लगवा सकता है। इसके लिए प्रति व्यक्ति 6 लाख रुपए लगेंगे। आधे रुपए पहले देने होंगे, बाकी नौकरी लगने के बाद। वह वीरेंद्र चौधरी के झांसे में आ गया। उसने अपनी भाभी ज्योति को नौकरी लगवाने के लिए 2 लाख रुपए वीरेंद्र चौधरी के बताए हुए नीरू नारंग नामक महिला के खाते में डलवा दिए।
उसके बाद वीरेंद्र ने कहा कि शिक्षा विभाग में लिपिक व चपरासी के कई पद खाली और किसी दोस्त व रिश्तेदार को नौकरी लगवानी हो तो बता देना। उसने विश्वास में आकर अपनी रिश्तेदारी से 12 लोगों से 26 लाख 83 हजार रुपए लेकर नीरू नारंग नाम की महिला के खाते में डलवा दिए।
शिकायत में कहा है कि वीरेंद्र चौधरी ने उन्हें कोसीकलां (यूपी) स्थित हिन्दू इंटर कॉलेज का एक नियुक्ति पत्र दिया। इस पर वे कॉलेज में नौकरी जॉइन पहुंचे तो पता चला कि यह नियुक्ति पत्र फर्जी है। उन्होंने जब इस बारे में बात को तो पता चला कि आरोपी वीरेंद्र चौधरी होडल निवासी उम्मेद सिंह से भी नौकरी लगवाने के नाम पर 20 लाख 42 हजार रुपए हड़प चुका है।
होडल थाना प्रभारी जसबीर सिंह ने सोमवार को बताया कि पीडित के अनुसार दी गई शिकायत के आधार पर वीरेंद्र चौधरी व नीरू नारंग नामक महिला के खिलाफ धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
हिन्दुस्थान समाचार/ गुरुदत्त/संजीव