पलवल: 12 गौवंश को गौ रक्षकों ने मुक्त करवाया
पलवल, 31 अक्टूबर (हि.स.)। केएमपी एक्सप्रेस-वे के रास्ते पर अमृतसर से असम ले जाए जा रहे 12 गौवंश को गौ रक्षकों तथा नारायणी सेना ने तस्करों से मुक्त कराया है। पंजाब नंबर के कैंटर में गौ वंश को ठूस - ठूस कर भरा हुआ था। जिसकी सूचना मिलने पर गौ रक्षों में नारायणी सेवा के सदस्य ने उसका पीछा किया और पलवल में केएमपी एक्सप्रेस-वे पर उसे रुकवा कर पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने गौ वंश को गौशाला में भिजवाने के बाद गायों को भरकर ले जा रहे कैंटर के चालक व परिचालक को काबू कर हवालात में बंद कर दिया जिनसे पूछताछ जारी है।
मिली जानकारी के अनुसार सोनू ठाकुर ने मंगलवार को जानकारी देते हुए बताया कि नारायणी सेवा और गौ रक्षकों ने केएमपी एक्सप्रेस-वे पर गायों से भरकर कैंटर ले जाया जा रहा है। कैंटर को काबू कर पुलिस के हवाले कर दिया। पंजाब नंबर केंटर नंबर पीबी 02 ईडी 2406 को जिसे पूरी तरह से तिरपाल से ढककर सील पैक किया हुआ था। खुलवाकर देखने पर उसमें 12 गाय और दो छोटे बच्चे पाए गए। जिन्हें ठूस- ठूस भरा हुआ था। कैंटर में गायों के लिए पीने के लिए पानी और चारे का भी कोई प्रबंध नहीं था। पुलिस ने गौ रक्षों की शिकायत पर एक्ट के तहत गौ तस्करी की धारों के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया।
थाना प्रभारी इंस्पेक्टर सत्यवान ने मंगलवार को जानकारी देते हुए बताया कि दोपहर से समय गौ रक्षा दल के सदस्यों ने सूचना प्राप्त हुई कि केएमपी एक्सप्रेस-वे पर गायों से भरा हुआ कैंटर जा रहा है। सूचना के आधार पर केएमपी एक्सप्रेस-वे पर गौ रक्षकों के साथ जाकर देखा तो उसके अंदर 12 गाय और 2 छोटे बच्चे कैंटर के अंदर मिले थे। जिन्हें गौशाला में आलापुर छुड़वाया गया है।
पलवल पहुंचे गौ रक्षक बिट्टू बजरंगी ने कहा कि सरकार ने भले ही गौ हत्या और तस्करी को लेकर सख्त कानून बना दिया है लेकिन समाज का एक वर्ग ऐसा है जो गौ वंश की तस्करी और हत्या में संलिप्त रहता है। आज नारायणी सेवा तथा उनके साथी गौ रक्षकों ने कैंटर से 12 गायों को मुक्त कराया है। हम चाहते हैं की तस्करी की घटनाओं पर रोक लगे ताकि गौ माता की रक्षा के लिए गौ रक्षों को रात-रात जाकर जान हथेली पर ना लेनी पड़े।
हिन्दुस्थान समाचार/ गुरुदत्त/संजीव