पूर्व छात्राओं के ज्ञान व कौशल विकास की बदौलत विवि की पहचान:कम्बोज
हकृवि के सामुदायिक विज्ञान महाविद्यालय के सन् 1980 के पूर्व छात्राओं के लिए सम्मेलन का आयोजन
हिसार, 23 फरवरी (हि.स.)। हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बीआर कम्बोज ने कहा है कि अगर हमें जीवन के सही पथ पर चलाने वाला अच्छा मार्गदर्शक मिल जाए, तो निश्चित तौर पर हम सफल होंगे। इसमें पूर्व विद्यार्थी सही मार्गदर्शक की भूमिका निभा सकते है, क्योंकि पूर्व विद्यार्थियों के पास ज्ञान, अनुभव व कौशल होता है, जिसकी मदद से वर्तमान समय में पढ़ रहे विद्यार्थी अपनी प्रतिभा को निखार कर सर्वांगिण विकास कर सकें।
कुलपति प्रो. बीआर कम्बोज शुक्रवार को विश्वविद्यालय के इंदिरा चक्रवर्ती सामुदायिक विज्ञान महाविद्यालय की 1980 पूर्व छात्र सम्मेलन में पूर्व छात्राओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय की पूर्व छात्राएं देश-विदेशों की प्रतिष्ठित कंपनियों व अन्य संस्थानों में बेहतरीन कार्य कर अपना, परिवार और हकृवि का नाम रोशन कर रही है। इन्हीं के ज्ञान, अनुभव, आत्मविश्वास, अनुशासन सहित अन्य गुणों की बदौलत विश्वविद्यालय राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना रहा है। उन्होंने इंदिरा चक्रवर्ती सामुदायिक विज्ञान महाविद्यालय में पढ़ा रहे सभी कोर्सों को अहम बताया और कहा कि सामुदायिक विज्ञान एक विस्तृत व महत्वपूर्ण विषय है, जिसमें चिकित्सा, शिक्षा, स्वास्थ्य सहित विभिन्न विषयों की बारीकियां से अवगत करवाकर छात्राओं को पारांगत बनाया जाता है ताकि वे जिंदगी को बेहतर व व्यवस्थित ढंग से जी सकें। मुख्य अतिथि ने आधुनिक युग में महिलाओं की हर क्षेत्र में बढ़ती भागीदारी के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि महिला किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है। महिलाओं ने शिक्षा, स्वास्थ्य, खेलकूद, चिकित्सा, सूचना एवं प्रौद्योगिकी सहित विभिन्न क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।
इंदिरा चक्रवर्ती सामुदायिक विज्ञान महाविद्यालय की अधिष्ठाता डॉ. बीना यादव ने सभी का स्वागत कर कहा कि इस सम्मेलन में विभिन्न प्रदेशों से आई पूर्व छात्राओं ने अपने विचार रखकर अनुभव साझा किए। साथ ही विश्वविद्यालय के यादगार पलों को भी ताजा किया, जिनमें अमेरिका से आई पूर्व छात्रा रजनी जैन ने बताया कि विश्वविद्यालय से प्राप्त ज्ञान की बदौलत ही वे विदेशी मंच पर अनेक कार्यक्रम का आयोजन कर पाई।
पूर्व छात्रा तरूणा ढांडा ने बताया कि हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय अपने आप में एक बड़ा ब्रांड है। यहां पढ़ाई करने के बाद तेजस्वनी रसोई नामक सीरियल शुरू किया, जिसमें बड़े व्यापक तौर पर महिलाओं को घर की रसोई से संबंधित स्वादिष्ट व्यंजनों, पोषक तत्वों की विस्तृत जानकारी दी जाती है। महिला एवं बाल कल्याण विभाग की सहायक निदेशक पद पर रह चुकी शशि दूहन ने विश्वविद्यालय से प्राप्त शिक्षा को अहम बताते हुए इसे सफलता की कुंजी बताई। उन्होंने कहा कि यहां से पढक़र ही वे सरकारी विभाग के प्रतिष्ठित पद पर अपनी सेवाएं दे पाई है। अंजली जैन, सुनीता चावला, अनुराधा, सुनीता वशिष्ठ, लीला शर्मा, सीमा गुप्ता, शांति सहित अन्य ने भी अपना परिचय देकर सभी से अपने अनुभव साझा किए।
इसके बाद अंतराष्ट्रीय सैल की प्रभारी डॉ. आशा क्वात्रा ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। इस अवसर पर मानव संसाधन प्रबंधन निदेशालय की निदेशक डॉ. मंजू मेहता, मीडिया एडवाइजर डॉ. संदीप आर्य सहित उपरोक्त महाविद्यालय के समस्त वैज्ञानिक मौजूद रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/राजेश्वर