कैथल: विकलांग व बुजुर्गों की बैलेट से वोट डलवाने गई टीम का कुतुबपुर गांव में विरोध

 








बिना सील लगाए बॉक्स में डलवाई जा रही थी बुजुर्गों की वोट, सरपंच प्रतिनिधि बोले मुझे भी नहीं दी गई सूचना

कैथल के एआरओ सुशील कुमार बोले एक गांव से मिली है शिकायत चुनाव आयोग को करेंगे सूचित

कैथल, 17 मई (हि.स.)। निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार 85 वर्ष से अधिक आयु के एवं 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांग मतदाताओं को घर पर ही मतदान करने की सुविधा शुक्रवार को जिला में शुरू हो गई। 2 दिन जिला भर में यह प्रक्रिया जारी रहेगी। शुक्रवार को पहले दिन कैथल के गांव कुतुबपुर में बुजुर्गों का वोट डलवाने गई टीम का गांव वालों ने विरोध कर दिया।

लोगों का कहना था कि जिस पेटी में वोट डलवाए जा रहे हैं। उसे पर सील नहीं लगी हुई। इसलिए वोट डलवाने में धोखाधड़ी हो सकती है। बवाल होने पर गांव के लोग जमा हो गए और वोट लगाने का विरोध करना शुरू कर दिया। सभी का कहना था कि।अगर बॉक्स पर सील नहीं होगी तो गड़बड़ होने की संभावनाएं बनी रहती है। मौके पर पहुंचे सरपंच प्रतिनिधि ने भी बुजुर्गों के वोट डलवाने से पहले उन्हें सूचित न करने पर आपत्ति जताई। एआरओ कैथल सुशील कुमार ने कहा कि ये पहली बार है। जब इस तरह से वोट एकत्र किए जा रहे हैं। एक गांव से शिकायत मिली है। इस को लेकर चुनाव आयोग से बातचीत करके जो ऊपर से आदेश होगा उसी प्रक्रिया को अमल में लाया जाएगा। अगर जरूरत पड़ी तो आगे से बैलेट पेटी को सील लगाई जाएगी।

सबसे उम्रदराज महिला102 वर्षीय जगीरो देवी ने बैलेट पेपर से किया मतदान

पहले दिन शुक्रवार को कैथल, कलायत व गुहला विधानसभा क्षेत्र के बुजुर्ग एवं दिव्यांग मतदाताओं के वोट डलवाए गए। क्योड़क गांव की सबसे उम्रदराज महिला102 वर्षीय जगीरो देवी ने बैलेट पेपर से मतदान किया। निर्वाचन आयोग की इस सुविधा का लाभ लेने के लिए जिले के 885 मतदाताओं ने फार्म 12 डी भरकर पोस्टल बैलेट पेपर से यानि घर पर ही मतदान करने के लिए इच्छा जताई थी। कैथल विधानसभा क्षेत्र के 192 तथा 52 दिव्यांग मतदाताओं ने घर से वोटिंग करने की सुविधा हेतू आवेदन किया था। पूंडरी में 253, गुहला में 188 व कलायत में 200 लोगों ने इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए आवेदन किया था। इसके लिए जिला भर में 55 मोबाइल पोलिंग टीमों का गठन किया गया।

हिन्दुस्थान समाचार/नरेश /संजीव