हिसार: एचएयू को सांख्यिकी डाटा के विश्लेषण के लिए मिले चार कॉपीराइट

 


हिसार, 28 फरवरी (हि.स.)। हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बीआर कम्बोज ने कहा है कि सांख्यिकीय डाटा के लिए तैयार ऑनलाइन मॉड्यूल नवाचार को बढ़ावा व वैश्विक शोध कार्यों में महत्वपूर्ण योगदान देंगे। डाटा विश्लेषण के मॉड्यूल शोधार्थियों को भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए सक्षम बनाएंगे। सांख्यिकीय डाटा के विश्लेषण के लिए निर्मित ऑनलाइन मॉड्यूल का प्रयोग दुनिया भर में अनुसंधान डाटा के विश्लेषण के लिए किया जा सकता है, जो कि वैज्ञानिकों व शोधकर्ताओं के लिए अत्यधिक लाभदायक साबित होगा। वे बुधवार को मॉड्यूल से संबंधित वैज्ञानिकों से बातचीत कर रहे थे।

उन्होंने बताया कि गणित और सांख्यिकी विभाग द्वारा सांख्यिकीय डाटा के विश्लेषण के लिए ऑनलाइन मॉड्यूल तैयार करने पर चार कॉपीराइट प्रदान किए गए हैं। ये मॉड्यूल संवैधानिक अनुसंधान के व्यवहारिक अनुप्रयोग को प्रदर्शित करते हुए प्रजनन कार्यक्रमों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। उन्होंने इस उपलब्धि पर शामिल वैज्ञानिकों को बधाई दी। उन्होंने ऑनलाइन सांख्यिकीय विश्लेषण प्रौद्योगिकिी के क्षेत्र में लगातार नए मानक स्थापित करने के लिए गणित और सांख्यिकी विभाग की सराहना की।

मौलिक विज्ञान एवं मानविकी महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. नीरज कुमार ने कहा कि ये ऑनलाइन मॉड्यूल गणित और सांख्यिकी विभाग के डॉ. ओपी श्योराण व डॉ. विनय कुमार अहलावत ने विकसित किए हैं, जो कि अनुसंधान डाटा के विश्लेषण के क्षेत्र में यह मॉड्यूल महत्वपूर्ण योगदान देंगे।

गणित एवं सांख्यिकी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. ओपी श्योराण ने सांख्यिकीय डाटा के लिए ऑनलाइन मॉड्यूल के तकनीकी पहलुओं के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी प्रदान की। उन्होंने कहा कि यह मॉड्यूल क्लाइंट-सर्वर आर्किटेक्चर पर आधारित है, जो कि एक्टिव सर्वर पेज एएसपी और पायथन का उपयोग करके विकसित किए गए हैं। इस अवसर पर ओएसडी डॉ. अतुल ढींगड़ा, मानव संसाधन प्रबंधन निदेशक डॉ. मंजू महता, मीडिया एडवाइजर डॉ. संदीप आर्य, एसवीसी कपिल अरोड़ा व डॉ. अजय जांगड़ा मौजूद रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/राजेश्वर/सुमन/संजीव