पशुओं व किसानों के लाभ के लिए लक्षित होना चाहिए हमारा अनुसंधान कार्य : डॉ. नरेश जिंदल
लुवास में संस्थागत नवप्रवर्तन परिषद द्वारा एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन
हिसार, 10 नवंबर (हि.स.)। लाला लाजपत राय पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय में ‘राष्ट्रीय उद्यमशीलता दिवस’ एवं ‘विश्व विज्ञान दिवस’ के उपलक्ष्य में लुवास में प्राध्यापकों एवं विद्यार्थियों को वैक्सीन बनाने की संपूर्ण प्रक्रिया एवं पेटेंट व उद्यमशीलता पर जागरूक करने के लिए शुक्रवार को एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में के मुख्य अतिथि अनुसंधान निदेशक डॉ. नरेश जिंदल ने विश्वविद्यालय के प्राध्यापकों और स्नातकोत्तर विद्यार्थियों को उत्तम अनुसंधान के लिए प्रोत्साहित किया व आग्रह किया कि हमारा अनुसंधान कार्य पशुओं व किसानों के लाभ के लिए लक्षित होना चाहिए।
इस अवसर पर मानव संसाधन प्रबंधन निदेशक डॉ. राजेश खुराना ने सेमिनार के बारे में बात करते हुए बताया कि इस सेमिनार का आयोजन लुवास के संस्थागत नवप्रवर्तन परिषद द्वारा आयोजित करवाया जा रहा है तथा इस सेमिनार के लिए दो विभिन्न वक्ताओं को आमंत्रित किया गया है जो कि अपने व्याख्यान से संबंधित विषयों उपस्थित सदस्यों का ज्ञानवर्धन व उन्हें जागरूक करेंगे।
आमंत्रित वक्ता एवं राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान केन्द्र हिसार के प्रधान वैज्ञानिक एवं विभागाध्यक्ष वीटीसी डॉ. नवीन ने लंपी त्वचा रोग एवं उससे रोकथाम के लिए एनआरसीई में निर्मित वैक्सीन के निर्माण प्रक्रिया के विषय में विस्तार से वर्णन किया।
इस अवसर पर उपस्थित दूसरी वक्ता, अधिवक्ता एवं पेटेंट एजेंट, संस्थापक स्वाश लीगल कंसलटेंट डॉ. भारती ने उद्यमशीलता के विषय में बताते हुए कहा कि विद्यार्थियों को अनुसंधान उद्यमशीलता के लिए प्रशिक्षण एवं आर्थिक सहायता द्वारा प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। सेमिनार में तकनीकी सत्र सह अध्यक्ष डॉ. नरेश कक्कड़, संयोजक डॉ. विशाल शर्मा, डॉ. शालिनी शर्मा एवं डॉ. रचना सहित, विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, वैज्ञानिक, प्राध्यापक एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/राजेश्वर