नूंह: अदालत का था स्टे फिर भी कर दी रजिस्ट्री, 12 पर एफआईआर
-आरोपियों में रजिस्ट्री क्लर्क, वकील समेत अन्य लोग शामिल
नूंह-गुरुग्राम, 25 नवम्बर (हि.स.)। जमीन पर अदालत का स्टे लगा हुआ था। इसके बावजूद रजिस्ट्री क्लर्क, वकील व अन्य लोगों की मिलीभगत से रजिस्ट्री कर दी गई। इस बात का खुलासा होने पर पुलिस ने दो रजिस्ट्री क्लर्क, पटवारी, वकील समेत 12 लोगों पर एफआईआर दर्ज की है। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है।
जानकारी के अनुसार दिल्ली के तुगलकाबाद क्षेत्र निवासी पिंकी तंवर पत्नी महेश तंवर ने नूंह के पुलिस अधीक्षक नरेंद्र बिजारनिया को शिकायत दी। शिकायत में कहा कि उसने नूंह जिला के गांव सालहेड़ी की रहने वाली सम्मा से लगभग सवा एकड़ जमीन का 27 लाख रुपये में सौदा किया था। इस जमीन का 15 मई 2023 को एग्रीमेंट किया गया। इस दौरान उसने 2 लाख रुपए के चेक के माध्यम और 1 लाख रुपये सम्मा को नकद रूप में दिए। एक माह में शेष रकम रजिस्ट्री करवाने के दिन देने की बात कही।
पिंकी का कहना है कि करीब 10 दिन बाद ही सम्मा ने एग्रीमेंट होने के बावजूद हेराफेरी करते हुए उसी जमीन को जमील नामक व्यक्ति को बेच दिया। जब सम्मा तहसील में जमील रजिस्ट्री करा रही थी, तब इस बारे में जानकारी मिली। वह आनन-फानन में तहसीलदार के पास पहुंची। उन्हें जमीन का एग्रीमेंट होने बारे लिखित शिकायत दी। तहसीलदार ने रजिस्ट्री करने से रोक दिया। मामला अदालत में पहुंचा। कोर्ट ने एग्रिमेंट हुई जमीन पर रजिस्ट्री करने पर रोक लगा दी।
पीडि़ता पिंकी का कहना है कि उसने अदालत के स्टे का आदेश की कॉपी तत्कालीन रजिस्ट्री क्लर्क रुकमीना को दी, लेकिन उसने स्टे ऑर्डर को रिकॉर्ड में नहीं चढ़ाया। जमीन मालिक सम्मा ने धोखाधड़ी बंद नहीं की। उसने 18 मई को ही अन्य आरोपी यूनुस और जकरिया के नाम रजिस्ट्री करा दी। आरोप है कि इस सारे फर्जीवाड़े में पटवारी जावेद, रजिस्ट्री क्लर्क मनमिंदर, रुकसीना, एडवोकेट नितिन बिरमानी, सम्मा, सद्दाम, यूनुस (यूसुफ), जकरिया, जाकिर हुसैन व जान हेल्पर शामिल हैं।
पुलिस प्रवक्ता कृष्ण कुमार का कहना है कि पिंकी की शिकायत पर करीब 12 लोगों के खिलाफ नूंह के थाना शहर में केस दर्ज किया गया है। मामले की जांच की जा रही है। जां के बाद सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
हिन्दुस्थान समाचार/ईश्वर/संजीव