झज्जर: रोडवेज कर्मचारियों ने चक्का रखा जाम, दिल्ली के लिए लोगों ने मेट्रो व रेल से की यात्रा
-दिल्ली जाने के लिए मेट्रो और भारतीय रेल की मिलती रही सेवा
-244 बसों में से एक भी बस नहीं निकली डिपो से बाहर
-रोडवेज कर्मचारियों की सरकार को दो टूक
झज्जर, 15 नवंबर (हि.स.)। साथी की हत्या के विरोध में हरियाणा रोडवेज के कर्मचारियों ने बुधवार को जिले में चक्का जाम रखा। कुल 244 में से एक भी बस सड़क पर नहीं उतरी। जिसकी वजह से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। लेकिन बहादुरगढ़ से दिल्ली जाने-आने में लोगों को अधिक समस्या नहीं आई। यहां मेट्रो और भारतीय रेल की सेवा लगातार मिलती रही।
रोडवेज कर्मचारियों ने सरकार को सीधे तौर पर चेतावनी दी है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होंगी, तब तक हरियाणा रोडवेज का चक्का ऐसे ही जाम रहेगा। कर्मचारियों ने धरना देकर नारेबाजी की। साथ ही पीड़ित परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी, 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता तथा हत्यारोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की मांग उठाई। चक्का जाम के चलते हजारों यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। वहीं रोडवेज को जिले में करीब 15 लाख रुपये का नुकसान झेलना पड़ा।
आधी रात को बुधवार शुरू होते ही झज्जर डिपो और बहादुरगढ़ सब डिपो व बहादुरगढ़ के नए बस अड्डे में कर्मचारियों ने धरना शुरू कर दिया। सुबह हुई तो यात्री अड्डा परिसर में आने शुरू हुए, लेकिन यहां से उन्हें बस नहीं मिल सकी। झज्जर डिपो में 155 और बहादुरगढ़ सब डिपो में 89 बसें हैं। इनमें से एक भी बस बाहर नहीं निकल सकी। सभी के पहिए जाम रहे। भैया दूज के चलते अन्य दिनों की अपेक्षा यात्री भी अधिक रहे। अपने गंतव्य तक जाने के लिए ये यात्री इधर-उधर दौड़ते नजर आए। अड्डे के बाहर खड़े होकर प्राइवेट बसों व अन्य वाहनों का इंतजार करती रही।
इस हड़ताल के चलते निजी बस व अन्य सवारी वाहन चालकों की चांदी रही। सुरक्षा के दृष्टि से पुलिसकर्मी भी अड्डा परिसर में तैनात रहे। किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए बस अड्डे पर करीब 40 से ज्यादा पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। दूसरी तरफ कर्मचारियों ने धरना देकर जमकर नारेबाजी की। कर्मचारी नेता नरेश दलाल ने कहा कि मांग पूरी होते ही हड़ताल खोल दी जाएगी। ये इंसाफ की लड़ाई है। जब तक मांग पूरी नहीं होती, हड़ताल जारी रहेगी।
हिन्दुस्थान समाचार/ शील/संजीव