नारनौलः प्रोफेसर चंचल कुमार शर्मा को तीसरी बार मिला जीआईजीए इंडिया फेलोशिप पुरस्कार

 


नारनाैल, 4 सितंबर (हि.स.)। हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेवि) महेंद्रगढ़ के राजनीति विज्ञान विभाग के प्रोफेसर तथा राजनीति वैज्ञानिक प्रो. चंचल कुमार शर्मा को जर्मनी के प्रसिद्ध शोध संस्थान जीआईजीए द्वारा वर्ष 2024 के लिए जीआईजीए इंडिया फेलो के रूप में चुना गया है। प्रो. चंचल कुमार शर्मा को इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए तीसरी बार चुना गया है।

विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार एवं समकुलपति प्रो. सुषमा यादव ने बुधवार को प्रो. चंचल कुमार शर्मा को बधाई देते हुए कहा कि यह पुरस्कार न केवल उनके लिए व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि पूरे विश्वविद्यालय के लिए गौरव की बात है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उनकी सफलता अनुसंधान के प्रति उनकी प्रतिबद्धता का प्रमाण है।

प्रो. चंचल कुमार शर्मा को इससे पहले 2017 और 2022 में भी जीआईजीए इंडिया फेलोशिप से सम्मानित किया जा चुका है। 2018 में उन्हें स्कॉटलैंड के एडिनबर्ग विश्वविद्यालय से ग्लोबल पार्टनरशिप अवार्ड मिला था। वर्ष 2022 में जर्मनी के हेंस सीडेल फाउंडेशन के सहयोग से हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय की ओर से आयोजित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में विभिन्न 14 देशों के 40 राजनीति वैज्ञानिकों के साथ प्रो. चंचल कुमार शर्मा ने प्रतिभागिता की। वर्ष 2023 में जर्मनी के फ्राईबर्ग विश्वविद्यालय ने उन्हें शोध केंद्र में अंतरराष्ट्रीय शोध परियोजना विकसित करने के लिए आमंत्रित किया।

प्रो. चंचल कुमार शर्मा ने आर्थिक सुधार स्थिरता के विवेचनात्मक प्रभुत्व सिद्धांत, पोर्क बैरल राजनीति के परिस्थितिजन्य सिद्धांत, रियायती संघवाद और ऊर्ध्वाधर राजकोषीय विषमता जैसे नए सिद्धांतों और अवधारणाओं को विकसित करके राजनीति विज्ञान में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उनके सिद्धांतों पर अंतरराष्ट्रीय अकादमिक पत्रिकाओं और पुस्तकों में व्यापक रूप से चर्चा की गई है। प्रोफेसर शर्मा ने ब्राइटन, ब्रिस्टल, बोलजानो, एडिनबर्ग, हैम्बर्ग और फ्राईबर्ग सहित दुनिया के विभिन्न विश्वविद्यालयों में व्याख्यान दिए हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / श्याम सुंदर शुक्ला