सरकार की नई गाइडलाइन घोंट रही पंचायती राज का गला : मनोज टाक माही

 


जिला पार्षद हो रहे ग्रामीणों के गुस्से का शिकार, नीति बदले सरकार

हिसार, 27 नवंबर (हि.स.)। जिले के कई पार्षदों ने सरकार पर पंचायती राज का गला घोंटने का आरोप लगाया है। इन पार्षदों का कहना है कि सरकार की गलत नीयत व नीति पंचायती राज के लिए बहुत ही नुकसानदायक साबित हो रही है।

जिले के कांग्रेस भवन में सोमवार को पत्रकार वार्ता आयोजित करके पार्षद एवं युवुा कांग्रेस प्रदेश महासचिव मनोज टाक माही, जिला पार्षद कर्मकेश कुंडू व जिला पार्षद योगेन्द्र यादव ने सरकार की गाइडलाइन पर सवाल उठाए और कहा कि इससे पंचायत राज का गला घोंटा जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्र के विकास लिए पंचायती राज की शुरुआत की गई थी लेकिन सरकार की नई गाइडलाइन बहुत बड़ा आघात है। उन्होंने कहा कि जिला परिषद कोटे से खेत के रास्ते व किसानों के लिए खेत के नाले पक्के नहीं कर सकते वहीं ग्रामीण आंचल में उभरती हुई प्रतिभाओं को खेल का सामान तक नहीं सकते तो पंचायती राज का औचित्य क्या है। सरकार को ऐसी गाइडलाइन बदलने की जरूरत है ताकि जिला पार्षद गांव के सार्वजनिक विकास में अपना योगदान दे सकें। पार्षदों ने कहा सरकार की गलत नीति की वजह से उन्हें ग्रामीणों की नाराजगी झेलनी पड़ रही है।

मनोज टाक माही व अन्य पार्षदों ने कहा कि इस सरकार की मंशा शुरू से ही गलत रही है। पंचायत के चुनाव दो साल देरी से करवाए और खूब घोटाले व भ्रष्टाचार किया। जब चुनाव हुए तो सरकार ने जनप्रतिनिधियों सरपंच, बीडीसी, जिला पार्षद के अधिकार छीन लिए ओर ई-टेंडर के नाम से भ्रष्टाचार का नया खेल खेलना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार की नकारात्मक नीति इस गठबंधन सरकार की है, जिसका जबाब जनता आने वाले लोकसभा व विधानसभा में देगी।

हिन्दुस्थान समाचार/राजेश्वर/संजीव