कैथल:गुरु नानक देव जी के प्रकाश उत्सव पर निकला नगर कीर्तन
शहर वासियों ने फूल बरसाकर किया स्वागत
गुरुद्वारों में गूजा शब्द कीर्तन, संगत ने नवाया शीश
कैथल, 25 नवंबर (हि.स.)। प्रथम गुरु श्री नानक देव जी का प्रकाशोत्सव के उपलक्ष्य में जिले भर के गुरुद्वारों में धार्मिक आयोजन किए गए। संगतों ने गुरुद्वारों में शीश नवाया और शब्द कीर्तन का आंनद लिया। शहर में भव्य नगर कीर्तन निकाला गया। नगर कीर्तन की अगुवाई परंपरागत वेशभूषा में सजे पंज प्यारों ने की। मुख्य आयोजन गुरुद्वारा नीम साहब में हुआ। सुबह शब्द कीर्तन और अरदास हुई। इसके बाद संत महिन्द्र सिंह ने नगर कीर्तन की शुरुआत की।
नगर कीर्तन में श्री गुरु ग्रंथ साहिब को भव्य पालकी में सजाया गया था। नगर कीर्तन के आगे महिलाएं सफाई कर रही थी। बैंडबाजा पार्टी ने गुरु नानक जी कि गुरुबाणी नानक नाम चढदीकला, तेरे भाणे सरबत दा भला की धुन से संगत का मनमोह लिया। नीम साहिब गुरुद्वारा रागी गुरप्रीत सिंह और मंजी साहिब रागी जत्था साहब सिंह ने नाम खुमारी नानका चढ़ी रहे दिन रात।
सब सिखन को हुक्म है गुरु मान्यों ग्रंथ आदि शब्द कीर्तन कर गुरुबाणी का सिमरन किया। नगर कीर्तन डोगरा गेट, चंदाना गेट, छात्रावास रोड, पुराना बस अड्डा रोड, पिहोवा चौक से होते हुए श्री गुरु तेग बहादुर चौक पर समापन हुआ। संगत ने रास्ते में नगर कीर्तन का फूलों की बरखा कर स्वागत किया। शहर में जगह -जगह चाय व प्रसाद का लंगर लगाया गया। इस मौके पर कार सेवा पिहोवा संत महिन्द्र सिंह, बाबा लगा सिंह, गुरनाम सिंह गोराया, हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी सदस्य अंग्रेज सिंह गोराया, गुरदीप सिंह मलिक व सुखमनी सभा सोसायटी के सदस्य मौजूद रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/ नरेश