नाबार्ड ने महिला किसानों व एसएचजी को किया सम्मानित

 


चंडीगढ़, 6 मार्च (हि.स.)। राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से आजीविका चलाने वाली तथा कृषि व लघु उद्योगों के क्षेत्र में सक्रिय महिलाओं सम्मानित किया।

इस मौके पर नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक रघुनाथ बी ने हरियाणा की महिला किसानों, एसएचजी सदस्यों, एफपीओ की महिला सदस्यों की उपलब्धियों और योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि लैंगिक समानता के लिए उद्यमिता, कौशल विकास, क्षमता निर्माण और क्रेडिट लिंकेज सबसे महत्वपूर्ण उपकरण हैं। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य कृषि, एमएसएमई, प्रौद्योगिकी और ऑनलाइन शिक्षा के क्षेत्र में महिलाओं और लड़कियों के योगदान को मान्यता प्रदान करना और उनका सम्मान करना है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए स्वयं सहायता समूह कार्यक्रम एक सशक्त योजना है। हाल ही में नाबार्ड और राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन ने ग्रामीण महिला एसएचजी को लाभ पहुंचाने के लिए एक एमओयू किया है। जिसके तहत लखपति दीदी योजना के अनुरूप परिपक्व महिला एसएचजी का क्षमता निर्माण, कौशल और उद्यमिता प्रशिक्षण, फिजिकल और ऑनलाइन मार्केटिंग, सतत आर्थिक गतिविधियों के लिए कृषि और गैर-कृषि दोनों क्षेत्रों में एसएचजी समूहों का उत्पादक संगठनों मे रूपांतरण, महिला एसएचजी के लिए जलवायु अनुकूल कृषि को बढ़ावा देना आदि शामिल है। इस पर संस्था की संरक्षक हरजिंदर कौर, बालाजी एसएचजी की अध्यक्ष बनारसी देवी ने महिलाओं के कौशल विकास, डेयरी और कृषि में अपनी सफल यात्रा को साझा किया और ग्रामीण महिलाओं को चुनौतियों का सामना करने और कृषि और ग्रामीण क्षेत्रों में नए उद्यम शुरू करने के लिए प्रोत्साहित किया।

हिन्दुस्थान समाचार/संजीव/सुनील