हिसार : एचएयू को पहली बार मिला ए प्लस ग्रेड, मूल्यांकन के बाद नैब टीम ने घोषित किया परिणाम
कुलपति ने ए प्लस ग्रेड मिलने पर विश्वविद्यालय परिवार को दी बधाई
हिसार, 22 जुलाई (हि.स.)। हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के राष्ट्रीय कृषि शिक्षा प्रत्यायन बोर्ड (नैब) की ओर से ए प्लस ग्रेड दिया गया है। इससे पूर्व विश्वविद्यालय लगातार ‘ए’ ग्रेड हासिल कर रहा था। अब विश्वविद्यालय का ओवरऑल ग्रेड ए प्लस हो गया है। ए प्लस ही नैब की सर्वश्रेष्ठ ग्रेडिंग होती है। एचएयू के विभिन्न महाविद्यालयों एवं उनमें चल रहे विभिन्न पाठ्यक्रमों को भी पांच साल की मान्यता प्रदान की गई है। इसके अतिरिक्त कृषि महाविद्यालय, बावल को भी पहली बार मान्यता प्रदान की गई है। विश्वविद्यालय ने ग्रेडिंग के 4.00 में से 3.52 अंक प्राप्त कर यह कामयाबी हासिल की है।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बीआर कम्बोज ने सोमवार को पत्रकारों से बातचीत में बताया कि विश्वविद्यालय राष्ट्रीय ही नहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी लगातार अपनी पहचान मजबूत कर रहा है। नैब की ओर से ए प्लस ग्रेड मिलना बेहद खुशी की बात है। विश्वविद्यालय का यह आंकलन गुणात्मक व मात्रात्मक मीट्रिक पर आधारित है। इस टीम में शामिल वरिष्ठ शिक्षाविदों ने शिक्षकों, कर्मचारियों, विद्यार्थियों, अभिभावकों, पूर्व विद्यार्थियों, के साथ मुलाकात की और महाविद्यालयों, हॉस्टलों, खेल, स्वास्थ्य सहित विभिन्न आधारभूत सुविधाओं का निरीक्षण करने के उपरांत गुणात्मक घटकों का आकलन किया।
विश्वविद्यालय को ए प्लस ग्रेड के साथ पांच वर्ष यानि 1 अप्रैल 2023 से 31 मार्च 2028 के लिए आईसीएआर ने मान्यता प्रदान की है। एचएयू के अंतर्गत आने वाले महाविद्यालयों में विभिन्न विषयों से संबंधित कोर्सेज कराए जाते हैं जिनमें यूजी के 7, पीजी के 47 व पीएचडी के 42 कोर्सेज शामिल हैं। राष्ट्रीय स्तर पर रियाणा कृषि विश्वविद्यालय को कृषि उत्पादकता में वृद्धि तथा ग्रामीण समृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान के लिए वर्ष 2019 में प्रतिष्ठित कृषि शिक्षा सम्मान अवार्ड प्रदान किया गया था। विश्वविद्यालय के एग्री बिजनेस इंक्युबेशन सेंटर(एबिक) को राष्ट्रीय स्तर पर वर्ष 2021 में बेस्ट इंक्युबेशन सेंटर का अवार्ड मिला। विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञान केन्द्र, महेन्द्रगढ़ को वर्ष 2022 में राष्ट्रीय स्तर पर सर्वश्रेष्ठ कृषि विज्ञान केन्द्र पुरस्कार से नवाजा गया है। वर्ष 2023 में विश्वविद्यालय को सरसों अनुसंधान एवं विकास कार्यों में उत्कृष्ट योगदान देने के लिए सर्वश्रेष्ठ केन्द्र अवार्ड, हकृवि के चारा व बाजरा अनुभाग को दूसरी बार राष्ट्रीय स्तर पर सर्वश्रेष्ठ अनुसंधान केन्द्र अवार्ड से नवाजा जा चुका है। विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों को अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यों के लिए पदमश्री पुरुस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है जो कि विश्वविद्यालय के लिए गर्व का विषय है। इसके अतिरिक्त भी इस विश्वविद्यालय ने अब तक राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कई अन्य पुरस्कार प्राप्त किए हैं।
कुलपति ने बताया कि विश्वविद्यालय की ओर सेे एक ई-ट्रेक्टर बनाया गया है जो परिचालन लागत को कम करने के लिए और हरित ऊर्जा उपयोग की दिशा में उठाएं गए कदम को दर्शाता है। गोकलपुरा गांव में हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय द्वारा 63 एकड़ भूमि पर पोषक अनाज अनुसंधान केन्द्र स्थापित किया गया। यह केन्द्र बरानी क्षेत्रों के किसानों के लिए मोटे अनाज की फसलों की उन्नत प्रौद्योगिकी विकसित करके वरदान साबित हो रहा है।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर / संजीव शर्मा