जींद : पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह स्वयं में एक संस्था थे : सांसद ब्रह्मचारी

 


जींद, 23 दिसंबर (हि.स.)। सोनीपत लोकसभा से सांसद सतपाल ब्रह्मचारी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह अपने आप में एक संस्था थे। वह किसान, गरीब, मजदूर सहित 36 बिरादरी व सभी धर्मों का पालन चौधरी चरण सिंह ने किया। युवा पीढी को भी उनके संस्कार का पालन करना चाहिए।

सोनीपत लोकसभा से सांसद सतपाल ब्रह्मचारी मंगलवार को जाट धर्मशाला में भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की 124वीं जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता जाट धर्मार्थ सभा के प्रधान फूल कुमार मोर ने की। सांसद सतपाल ब्रह्मचारी ने कहा कि चौधरी चरण सिंह सिर्फ एक व्यक्ति नही बल्कि किसानों के अधिकारों, ग्रामीण विकास और सामाजिक न्याय के विचारों और सिद्धांतों का प्रतीक थे। जो अपनी नीतियों और लेखन के माध्यम से एक संस्था बन गए। जिन्होंने भारत की कृषि आधारित अर्थव्यवस्था और ग्रामीण जीवन को सशक्त बनाने की दिशा में स्थायी योगदान दिया।

इस मौके पर सांसद सतपाल ब्रह्मचारी ने जाट धर्मार्थ सभा की सीआरएसयू के पास प्लाट की चाहरदीवारी निकालने के लिए 11 लाख रुपये की घोषणा की और कहा कि चाहरदीवारी पर अगर ज्यादा राशि की जरूरत होगी तो वह अपने सांसद कोटे से देने का काम करेंगे। वहीं कार्यक्रम में मौजूद रहे कांग्रेस जिला अध्यक्ष रिषिपाल सिहाग ने अपने पिता की याद में 51 हजार रुपये व दीपक पिंडारा ने 21 हजार रुपये देने की घोषणा की। कार्यक्रम में मंच का संचालन सभा के सचिव यादवेंद्र खर्ब ने किया।

कार्यक्रम की शुरुआत में चौधरी चरण सिंह की साथी रणधीर सिंह रेढू ने उनके जीवन पर प्रकाश डाला और उनके द्वारा किसान व मजदूरों के लिए किए गए कार्य की जानकारी दी। इस मौके पर सभा के कोषाध्यक्ष डा. बलवंत सिंह, कोषाध्यक्ष यादवेंद्र खर्ब, सदस्य शिशपाल लोहान, एडवोकेट वीरेंद्र लाठर, आजाद लाठर, ओम सिंह पिलानिया, अनिल मलिक, प्रदीप जागलान, सुमनलता आर्य, रणधीर सिंह रेढू, कंडेला खाप प्रधान ओमप्रकाश रेढू सहित समाज के प्रबुद्ध लोग मौजूद थे।

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हिन्दुस्थान समाचार / विजेंद्र मराठा